बेसिक शिक्षा मंत्री के भाई की नियुक्ति वाली चयन समिति 28 को राजभवन तलब
बेसिक शिक्षा मंत्री के भाई की नियुक्ति वाली चयन समिति 28 को राजभवन तलब
लखनऊ (एसएनबी) । बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी के भाई की सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में मनोविज्ञान के सहायक प्रोफेसर के रूप में हुई नियुक्ति का मामला उलझता जा रहा है। मंत्री के भाई की नियुक्ति ईडब्ल्यूएस कोटे में हुई है, जबकि मंत्री के भाई की धर्मपत्नी स्वयं भी सहायक प्रोफेसर पद पर तैनात है। राजभवन ने कुलपति समेत पूरी चयन समिति को ही 28 मई को लखनऊ तलब कर लिया है। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर पद पर विज्ञापन निकला था, यह पद ईडब्ल्यूएस कोटे के लिए आरक्षित था, लेकिन मंत्री के भाई ने इसमें आवेदन किया और उनका चयन हो गया। चयन के बाद स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई जिसके बाद एक समाजसेवी और वरिष्ठ अधिवक्ता वक्ता ने राजभवन को एक ज्ञापन देकर सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में हुई चयन प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की। चयन प्रक्रिया पर सवाल उठने पर राजभवन में तत्काल कुल पद सुरेंद्र दुबे से जवाब तलब किया। इसके जवाब में कुलपति ने यह कहते हुए नियुक्ति प्रक्रिया निष्पक्ष है सभी डॉक्यूमेंट राजभवन को भेज दिया। लेकिन राजभवन इस जवाब संतुष्ट नहीं है ।
राजभवन में मंत्री के भाई की नियुक्ति वाली पूरी चयन समिति को राजभवन तलब किया है। अपर मुख्य सचिव राज्यपाल राजभवन में इस पूरी चयन प्रक्रिया की जांच करेंगे। इस मामले में कुलपति सुरेंद्र दुबे समेत चयन समिति के सभी सदस्यों से भी जवाब तलब करेगा। यहां बताना जरूरी है कुलपति सुरेंद्र दुबे इसके पहले पाली बार तब चर्चा में आए थे, जब झांसी विश्वविद्यालय में नियुक्तियां हुई थीं। दूसरी बार बात पर चर्चा में आए अपने बेटे को गोरखपुर विश्वविद्यालय में सीधे प्रोफेसर पद पर तैनात कराने में सफल रहे। श्री दुबे का कार्यकाल पूरा होता इसके पहले उन्हें सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु का 3 साल के लिए कुलपति तैनात कर दिया गया। अब
तीसरी बार श्री दुबे कुलपति के रूप में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय मै बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री के भाई को सहायक प्रोफेसर पद पर चयन कराने में सफल हुए
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