2 हजार वाट्सअप ग्रुपों से ढर्रे पर आ रही शिक्षा व्यवस्था, प्रत्येक कक्षा के लिए एक-एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया
2 हजार वाट्सअप ग्रुपों से ढर्रे पर आ रही शिक्षा व्यवस्था, प्रत्येक कक्षा के लिए एक-एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया
बहराइच।
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले एक साल से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित है। पिछले साल कोरोना संक्रमण की पहली लहर के समय सरकार की ओर से लॉकडाउन लगाया गया था, और सभी शिक्षणा संस्थानों को बंद कर दिया गया था। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए एक बार फिर से विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। लगातार प्रभावित हो रहे शिक्षण कार्य को देखते हुए शासन की ओर से ऑनलाइन शिक्षण शुरू करवाया गया है। जिससे जिले की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आती दिख रही है। जनपद के सभी 299 विद्यालयों में 20 मई से आनलाइन शिक्षण शुरु हो गया है। ऑनलाइन शिक्षण को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए जिले में 2000 हजार वाट्सअप ग्रुप बनाए गए हैं। इसके साथ ही जिला नोडल के साथ ही 30 अन्य नोडलों की तैनाती की गई है, जिन्हें ऑनलाइन शिक्षण पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ा है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। पिछले साल मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन के बाद से छात्र-छात्राओं का शिक्षण पटरी पर नहीं आ सका है। संक्रमण के कम होने पर बीच में कुछ महीनों के लिए ही कक्षाएं संचालित हो पाई थी कि संक्रमण की दूसरी लहर ने फिर से शिक्षण को प्रभावित कर दिया। प्रभावित शिक्षण को फिर से पटरी पर लाने के लिए जिले के 299 विद्यालयों में 20 मई से 9 से 12 वीं तक का ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस समय नौवीं कक्षा में 18571 छात्र व 13350 छात्राएं, हाईस्कूल में 18699 छात्र व 13354 छात्राएं, ग्यारवीं में 11229 छात्र व 8825 छात्राएं और इंटरमीडिएट में 12980 छात्र व 9268 छात्राएं पंजीकृत हैं।
इन सभी के ऑनलाइन शिक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक कक्षा के लिए एक-एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया है। जिले क सभी विद्यालयों को मिला कर लगभग 2000 वाट्सअप ग्रुप बनाए जा चुके हैं। वहीं छात्रों की संख्या को देखते हुए इसमें और इजाफा किया जा सकता है। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र कुमार पाण्डेय ने बताया की ऑनलाइन शिक्षण पूर्व में भी संचालित हो चुका है। जनपद के सभी शिक्षक ऑनलाइन शिक्षण के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित भी हैं। जिस कारण बिना किसी व्यवधान के 20 मई से सुचारु रूप से ऑनलाइन शिक्षण जारी है। शिक्षण के लिए विद्यालय स्तर पर विषय वार समय सारणी निर्धारित की गई है और छात्रों को व्हाट्सएप, गूगल मीट व जूम कक्षाओं के माध्यम से शिक्षक अध्यापन कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही शिक्षक शिक्षण सामग्री व वीडियो के माध्यम से भी छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
प्रत्येक कक्षा के लिए एक-एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया
ऑनलाइन शिक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक कक्षा के लिए एक-एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया है। जिले के सभी विद्यालयों को मिला कर लगभग 2000 वाट्सअप ग्रुप बनाए जा चुके हैं। वहीं छात्रों की संख्या को देखते हुए इसमें और इजाफा किया जा सकता है। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र कुमार पाण्डेय ने बताया की ऑनलाइन शिक्षण पूर्व में भी संचालित हो चुका है। सभी शिक्षक ऑनलाइन शिक्षण के लिए पर्याप्त प्रशिक्षित हैं। बिना किसी व्यवधान के 20 मई से सुचारू रूप से ऑनलाइन शिक्षण जारी है। शिक्षण के लिए विद्यालय स्तर पर विषय वार समय सारणी निर्धारित की गई है और छात्रों को व्हाट्सएप, गूगल मीट व जूम कक्षाओं के माध्यम से शिक्षक अध्यापन कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही शिक्षक शिक्षण सामग्री व वीडियो के माध्यम से भी छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
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