डीएलएड: जिले में खाली रह जाएंगी 5500 सीटें, सत्र शून्य रहने की संभावना बढ़ी
डीएलएड: जिले में खाली रह जाएंगी 5500 सीटें, सत्र शून्य रहने की संभावना बढ़ी
प्रतापगढ़ जिले के सरकारी व निजी डीएलएड कॉलेजों में लगातार दूसरे वर्ष भी प्रवेश परीक्षा की संभावना नहीं दिखाई पड़ रही है। कोरोना संक्रमण के चलते सरकार की ओर से 2020 में डीएलएड प्रशिक्षण में प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से यूपीटीईटी की आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं होने के बाद अब 84 डीएलएड कालेजों की 5500 सीटों पर प्रवेश की संभावना कम दिखाई पड़ रही है। पिछले शैक्षिक सत्र में स्नातक की परीक्षाओं में देरी के चलते डीएलएड प्रवेश नही हो पाया था।
इस बार भी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से डीएलएड प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा कराने की तैयारी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अबकी बार भी प्रवेश पूरा होने की संभावना नहीं है। कोरोना के चलते विश्वविद्यालय की परीक्षा नहीं हो सकी है। ऐसे में डीएलएड में प्रवेश पूरा करना संभव नही दिखाई पड़ रहा है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से इस संबंध में सरकार के निर्देश का इंतजार है। जिले में एक जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान सहित कुल 84 कॉलेजों में 5500 सीट है। इस प्रकार डीएलएड की 5500 सीट पर 2021 में प्रवेश की संभावना नहीं है। 2020 में डीएलएड में प्रवेश नहीं लिया गया था जबकि निजी कॉलेजों ने सरकार पर प्रवेश लेने के लिए दबाव बनाया था।
Post a Comment