शिक्षक चंद्रपाल को कोरोना ने छीना, 68500 भर्ती में शिक्षामित्र से बने थे शिक्षक
शिक्षक चंद्रपाल को कोरोना ने छीना, 68500 भर्ती में शिक्षामित्र से बने थे शिक्षक
बरेली। चंद्रपाल सिंह गंगवार की गिनती हर जिम्मेदारी को मेहनत से निभाने वालों में होती थी। तमाम शिक्षक जहां चुनावी ड्यूटी कटवाने की जुगाड़ में लगे थे, वहीं चंद्रपाल ड्यूटी के लिए तत्पर थे। किसी को क्या पता था कि कोरोना के कारण यह उनकी आखिरी ड्यूटी होगी ।
लंबे समय तक शिक्षामित्र रहे चंद्रपाल ने 68500 शिक्षक भर्ती में हिस्सा लिया। पिछले वर्ष वो सहायक अध्यापक बन गए। वो दमखोदा के मनिकापुर स्कूल में तैनात थे। जिला शिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष कपिल यादव ने बताया, चंद्रपाल बड़े जिंदादिल और मेहनती इंसान थे । चुनाव में ड्यूटी वाले दिन ही उनकी तबियत खराब होने लगी थी रात में ही तेज बुखार चढ़ गया। शुरू में घर पर रहकर ही दवा ली । बाद में तबियत ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया । कोविड से लड़ते लड़ते आखिर उन्होंने दुनिया छोड़ दी । चंद्रपाल के दो बेटे हैं। शिक्षामित्र से शिक्षक बनने से परिवार में खुशियां थी।
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