बेसिक शिक्षा विभाग में संवेदनहीनता की हद, बीते कुछ समय में इस तरह होती रही कार्रवाई
बेसिक शिक्षा विभाग में संवेदनहीनता की हद, बीते कुछ समय में इस तरह होती रही कार्रवाई
बेसिक शिक्षा परिषद में खंड शिक्षा अधिकारियों और उच्च अधिकारियों के बीच अंदरूनी कलह पहले ही थमने का नाम नहीं ले रही हैं, उसके बाद आये दिन कोई न कोई नया मामला निकल कर सामने आ जाता है। अब नये मामले से जहां विद्यालय निरीक्षक संघ आक्रोशित है वहीं दूसरी ओर खंड शिक्षा अधिकारी जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी शिव कुमार मौर्या व उनकी पत्नी की कोरोना से हालत खराब है, सात माह पहले उनका निलंबन कर दिया गया, निलंबन का कारण भी स्पष्ट नहीं है, अब जब बाहली हुई तो अभी तक वेतन नहीं जारी किया, मौजूदा समय में बीईओ और उसकी पत्नी कोविड से जूझ और आईसीयू में दोनो ही भर्ती है। इस संबंध में जब महानिदेशक से शिकायत की गयी तो निदेशक को आदेश समस्या का समाधान करने के लिए दिशा निर्देश जारी किया लेकिन अभी तक समस्या का हल नहीं निकला।
विभाग की ओर से संवेदनहीनता की हद हो चुकी है, जांच के नाम पर बीईओ को पहले उलझाया जाता है, फिर सस्पेंड किया जाता है, उसके बाद बहाली पर भी वेतन नहीं दिया जा रहा है। मौजूदा समय में बीईओ शिवकुमार मौर्या व उसकी पत्नी कोरोना पॉजीटिव है, आईसीयू में इलाज चल रहा है। और सात माह से वेतन नहीं मिला है, उच्च अधिकारियों को इस पर सोचना चाहिए।
प्रमेन्द्र शुक्ला, विद्यालय निरीक्षक बीईओ संघ
जांच के नाम पर प्रताड़ित किए जा रहे बीईओ
विद्यालय निरीक्षक बीईओ संघ का आरोप है कि उल्टी सीधी जांच के नाम पर बीईआ आये दिन प्रताड़ित किए जा रहे हैं। संघ का कहना है कि बीईओ पर बिना किसी तथ्य के कोई भी शिकायत कर देता है, तो कार्रवाई कर दी जाती है, जब कि यह गलत है, बिना शपथपत्र के शिकायत का संज्ञान लेकर फर्जी कार्रवाई करके बीईओ को प्रताड़ित किया जा रहा है।
कोरोना काल में नौ बीईओ की मौत
अभी कोरोना काल में चुनाव व अन्य ड्यूटी करते हुए अलग-अलग जिलो में नौ बीईओ की मौत हो चुकी है। इस संबंध में जब विद्यालय निरीक्षक संघ की ओर से मृतक बीईओ के परिजनों को सहायत राशि और आश्रित में नौकरी देने की मांग की गयी है।
बीते कुछ समय में इस तरह होती रही कार्रवाई
• 20 नवंबर को को पीलीभीत के तत्कालीन बीईओ धोखेलाल राणा को निलंबित किया गया।
• 10 अगस्त को हरदोई में घूस लेने के आरोप में बीईओ शुचि गुप्ता को निलंबित किया गया।
• 6 जनवरी को गोंडा में बीईओ ओम प्रकाश पाल को निलंबित किया गया।
• प्रतापगढ़ में तैनात रहे बीईओ सुशील कनौजिया को पैसे लेने के आरोप में निलंबित किया गया।
• सीतापुर में सुशील कनौजिया को एक साल पहले सस्पेंड किया गया अभी तक नहीं हुई बहाली
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