कोरोना से मृत परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों के आश्रितों को नौकरी देने की तैयारी
कोरोना से मृत परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों के आश्रितों को नौकरी देने की तैयारी
गोरखपुर: जनपद में कोरोना से मृत परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों व कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी तथा अन्य देयकों के भुगतान की बेसिक शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। बीएसए ने चार सदस्यीय समिति गठित करते हुए खंड शिक्षाधिकारियों से ब्लाकवार मृत शिक्षकों से संबंधित कागजात उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
पंचायत चुनाव से लेकर अब तक जनपद में परिषदीय विद्यालय के 50 शिक्षकों व शिक्षणोत्तर कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु हो चुकी है। इन शिक्षकों के आश्रितों को नियमानुसार अनुकंपा के आधार पर नौकरी तथा जीपीएफ, बीमा व अन्य देयकों का भुगतान देने का प्रावधान है। इस प्रकरण का समय से निस्तारण करने को लेकर विभाग ने तेजी से पहल करते हुए निर्देश जारी कर दिया है। विभाग ने जिले के सभी खंड शिक्षाधिकारियों को 17 मई तक अपने-अपने ब्लाकों के मृतक शिक्षकों की सूची व उनसे संबंधित आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने को कहा है।
चार सदस्यीय है मृतक आश्रित निस्तारण समिति : बीएसए ने मृतक शिक्षकों व कर्मचारियों के प्रकरण के निस्तारण के लिए नोडल अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय मृतक आश्रित निस्तारण समिति गठित की है। इसके प्रभारी व नोडल अधिकारी कैंपियरगंज के बीईओ सुबास गुप्ता को बनाया गया है। संबंधित ब्लाकों के खंड शिक्षाधिकारी सहयोगी अधिकारी व पटल सहायक फैसल हसन सिद्दीकी व मिथिलेश नंदन बतौर सहयोगी समिति में शामिल किए गए हैं।
कोरोना से मृत जिले के शिक्षकों व कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी व देयकों के भुगतान के लिए समिति गठित कर दी गई है। समय से यह प्रकिया पूरी करने के लिए नोडल अधिकारी द्वारा इसकी नियमित समीक्षा की जाएगी।
बीएन सिंह, बेसिक शिक्षाधिकारी
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