'कोरोना से शिक्षकों व कर्मचारियों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार'
'कोरोना से शिक्षकों व कर्मचारियों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार'
लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी व सांसद संजय सिंह ने पंचायत चुनाव की ड्यूटी में लगे शिक्षकों व कर्मचारियों की कोरोना से हो रहे निधन के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कहा, पंचायत चुनाव प्रक्रिया में कोविड प्रोटोकॉल का पालन न किए जाने की वजह से चुनाव ड्यूटी करने वाले सैकड़ों शिक्षक, शिक्षामित्र, शिक्षा अनुदेशक और कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए। ऐसे सात सौ कार्मिकों को समय पर इलाज नहीं मिलने से मृत्यु हो गई। उन्होंने मृत कार्मिकों के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनके परिवार के एक व्यक्ति को तत्काल सरकारी नौकरी देने की मांग की।
आप सांसद ने कहा कि अभी भी चुनाव ड्यूटी से लौटे सैकड़ों शिक्षक व कर्मचारी कोरोना संक्रमण के चलते जीवन व मौत से जूझ रहे हैं। सरकार मृत शिक्षकों व कर्मचारियों के आश्रितों की न तो सुध ले रही है और न ही ड्यूटी से लौटे संक्रमित शिक्षकों व कर्मचारियों के इलाज की समुचित व्यवस्था कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा, कोर्ट के आदेश के बाद भी शिक्षा अनुदेशकों को पूरा मानदेय नहीं दिया गया। वहीं, सरकार ने पहले से मिल रहे मानदेय में भी कटौती कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालात भयावह हो चुके हैं। श्मशान घाटों पर लाशों की कतार लगी हैं। लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां तक उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। ब्यूरो
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