बाढ़ राहत शिविरों में मनोरंजन के साथ बच्चों की पढ़ाई भी, इसबार शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी
बाढ़ राहत शिविरों में मनोरंजन के साथ बच्चों की पढ़ाई भी, इसबार शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी
लखनऊ : बरसात के मौसम में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए संचालित किए जाने वाले राहत शिविरों में रहने और खानपान की उचित व्यवस्था के साथ शरणार्थियों के मनोरंजन का भी इंतजाम होगा। राहत शिविर में बच्चों के लिए खेलने और पढ़ने की समुचित व्यवस्था की जाएगी। बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग से शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।
बाढ़ प्रबंधन व राहत शिविरों के संचालन के बारे में राजस्व विभाग ने बुधवार को शासनादेश जारी कर दिया है। राहत शिविर के संचालन के लिए नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा जो नायब तहसीलदार से कम स्तर का नहीं होगा।
भोजन के लिए मिलेगी सामग्री :
बाढ़ राहत शिविरों में रहने वाले शरणार्थियों और आपदा से प्रभावित लोगों को 60 रुपये प्रति वयस्क और 45 रुपये प्रति अवयस्क की दर से 30 दिन तक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को राहत सामग्री व पशुओं को चारा उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित होंगे कर्मचारी : बाढ़ प्रबंधन व राहत कार्यों में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों और वॉलिंटियर्स को उनकी उत्कृष्ट सेवा के आधार पर प्रशस्ति पत्र/पुरस्कृत किया जाएगा। एक जिले से दो लेखपालों, दो पंचायत सचिव व समूह ग और घ के कर्मचारियों, चार गोताखोरों को प्रशस्ति पत्र और 1100 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
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