प्रधानाध्यापकों के हाथ निगरानी की कमान, अहम जिम्मेदारियां
प्रधानाध्यापकों के हाथ निगरानी की कमान, अहम जिम्मेदारियां
अंबेडकरनगर :- गांवों में तेजी से पांव पसारती कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के लिए यहां निगरानी समिति का गठन किया गया है। ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर पर बनी निगरानी समिति का कार्यालय प्राथमिक विद्यालय होगा। प्रधानाध्यापक को इन समितियों का अध्यक्ष बनाया गया है। समिति में ग्राम सचिव, लेखपाल, आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम आदि सदस्य प्रधानाध्यापक के नेतृत्व में काम करेंगे। यह रणनीति मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने तय की है।
रोजाना खुलने वाले इस कार्यालय में जांच के लिए थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर व कोरोना से बचाव की दवाओं वाली 20 किट मौजूद रहेगी। प्रति दिन समिति गांव में घर-घर सर्वे करेगी और कम से कम पांच कोरोना लक्षण वाले लोगों को चिन्हित कर मेडिकल किट देगी। निगरानी समितियां
कोरोना लक्षण वाले लोगों को चिन्हित करने समेत इनका पूरा विवरण संकलित करेंगी। यह आख्या स्वास्थ्य विभाग की टीमों को देने के बाद इसका सत्यापन किया जाएगा।
अहम जिम्मेदारियां : निगरानी समिति से कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों की सूचना पर आरआरटी सैंपल लेने के बाद अग्रिम कार्रवाई करेगी। कोरोना पाजिटिव पाए जाने पर उसे होम आइसोलेशन में रखने तथा स्वास्थ्य बिगड़ने पर कोविड अस्पताल में भर्ती कराने के लिए अधिकारियों को सूचित किया जाएगा।
Post a Comment