यूजी-पीजी के अंतिम वर्ष के छात्र देंगे परीक्षा, अन्य प्रोन्नत
यूजी-पीजी के अंतिम वर्ष के छात्र देंगे परीक्षा, अन्य प्रोन्नत
लखनऊ : विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों में स्नातक (यूजी) व स्नातकोत्तर (पीजी) की अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 13 अगस्त 2021 तक संपन्न करा ली जाएंगी और इसके बाद 31 अगस्त तक परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। बाकी स्नातक प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रोन्नत किया जाएगा। ऐसे विवि जहां प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हुई हैं, वहां विद्यार्थियों के द्वितीय वर्ष के अंक प्रथम वर्ष की परीक्षा के अंकों के आधार पर निर्धारित कर उन्हें तृतीय वर्ष में प्रोन्नति दे दी जाएगी। ऐसे विवि जहां प्रथम वर्ष की परीक्षाएं वर्ष 2020 में नहीं हो पाईं थीं और विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष में प्रोन्नत कर दिया गया था, वहां छात्र द्वितीय वर्ष की परीक्षा देकर ही तृतीय वर्ष में प्रोन्नत किए जाएंगे। इसी तरह वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू करने वाले संस्थानों में पीजी के छात्रों को भी प्रोन्नति दी जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आलोक राय सहित तीन कुलपतियों की बनाई गई उच्चस्तरीय कमेटी के सुझाव के अनुसार यूजी व पीजी में सेमेस्टर प्रणाली के तहत पढ़ाई करा रहे विश्वविद्यालय व कालेजों में जहां प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा हो चुकी है, लेकिन द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं हुई हैं, वहां उनके प्रथम सेमेस्टर के अंकों के आधार पर द्वितीय सेमेस्टर में प्रोन्नत किया जाएगा। ऐसे संस्थान जहां तृतीय व विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो चुकी हैं, वहां इनके अंकों के आधार पर चतुर्थ व सम सेमेस्टर में प्रोन्नति दी जाएगी। यूजी व पीजी अंतिम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर के साथ ऐसे संस्थान जहां यूजी द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं भी कराई जाएंगी, वहां प्रश्नपत्र में बहुविकल्पीय सवाल ही पूछे जाएंगे। एक विषय के सभी प्रश्नपत्रों को सम्मिलित करते हुए एक प्रश्नपत्र ही तैयार किया जाएगा। प्रोन्नति का फामरूला तय करने के बाद विश्वविद्यालयों व कालेजों को यह निर्देश भेजे जाने की तैयारी है।
’>>परीक्षा दिए बिना दूसरे वर्ष में प्रोन्नत छात्रों की भी होगी परीक्षा
’>>एक विषय का केवल एक पेपर होगा, बहुविकल्पीय सवाल पूछे जाएंगे
प्रायोगिक परीक्षा के अंक लिखित के आधार पर तय होंगे
विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों में प्रायोगिक परीक्षाएं नहीं होंगी। लिखित परीक्षा के आधार पर ही प्रैक्टिकल के अंक भी तय किए जाएंगे। मौखिक परीक्षाएं आनलाइन आयोजित की जाएंगी।
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