सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रमोशन फॉर्मूला को मंजूरी, शीघ्र जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रमोशन फॉर्मूला को मंजूरी, शीघ्र जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रमोशन फॉर्मूला को मंजूरी, शीघ्र जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल तथा इंटीमीडिएट परीक्षा 2021 का परिणाम अब शीघ्र ही जारी कर दिया जाएगा। 56 लाख से अधिक विद्यार्थियों का इंजतार सीएम योगी आदित्यनाथ की हरी झंडी के बाद अब समाप्त होने वाला है। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटर के 56 लाख विद्यार्थियों के प्रोन्नति का फार्मूला घोषित किया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद छात्रों को प्रमोट करने और परिणाम घोषित करने के फॉर्मूले की मंजूरी दे दी। उपमुख्यमंत्री तथा प्रदेश के माध्यमिक व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कुल 29 श्रेणियों के फॉर्मूला तय किया गया है, जिसके तहत अब रिजल्ट बनने हैं। सभी फॉर्मेट पर काम चल रहा है, इसी कारण अब विलंब नहीं होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद अब यह गति पकड़ लेगा।
हाईस्कूल में प्रमोट करने के लिए छात्र-छात्रा के कक्षा नौ के 50 प्रतिशत तथा कक्षा दस के प्री-बोर्ड के 50 प्रतिशत नम्बर को जोड़कर प्रमोशन की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। इसी प्रकार से इंटरमीडिएट में प्रमोशन के लिए छात्र-छात्रा के हाईस्कूल के 50 प्रतिशत, कक्षा 11 के 40 प्रतिशत और कक्षा 12 के प्री-बोर्ड के 10 प्रतिशत नम्बर का औसत निकालकर प्रमोशन किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस बार कक्षा दस तथा 12वीं की परीक्षाओं को रद किया गया था। अब फॉमूला निकाल लिया गया है। इसके तहत कुल 29 श्रेणियों के अलग-अलग फॉर्मूला तय किया गया है। इंटर के परीक्षा परिणाम के लिए हाईस्कूल के 50 प्रतिशत, कक्षा 11 की वाॢषक परीक्षा के 40 प्रतिशत और कक्षा 12 के प्री बोर्ड के 10 प्रतिशत मार्क्स को आधार बनाकर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस फॉर्मूला को तय करने में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े जनप्रतिनिधि, शिक्षाविदों, प्रधानाचार्य परिषद, माध्यमिक शिक्षक संघों, अभिभावक संघों तथा समस्त हित धारकों की राय के साथ ही साथ विशिष्ट ई-मेल आईडी पर सामान्य जन तथा छात्र/छात्राओं से मिले सुझाव पर विचार किया गया। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने परिणाम का ड्राफ्ट तैयार किया है। परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए गठित कमेटी को प्रदेश भर से 3910 सुझाव मिले थे। इस दौरान जब परिस्थितियां सामान्य होंगी तो इच्छुक परीक्षार्थी परीक्षा देकर अपना परिणाम सुधार सकेंगे। परीक्षार्थियों से लिया गया परीक्षा शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।
हाईस्कूल के लिए कक्षा नौ के 50 प्रतिशत और हाईस्कूल की प्री-बोर्ड परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक को आधार बनाकर रिजलट घोषित होगा। डिप्टी सीएम शर्मा ने बताया कि जो भी छात्र इससे संतुष्ट नहीं होंगे वो बाद में परीक्षा देकर अंक में सुधार करा सकेंगे। इस बार परीक्षा नहीं हुई है इसलिए इस बार कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी। जुलाई में अंक तालिकाएं जारी की जाएगी। उच्च शिक्षण संस्थाओं में एडमिश मिल पाए इसके लिए 24 जून को सभी कुलपतियों के साथ वर्चुअल माध्यम बैठक होगी। जिसमें सरकार की तरफ से उन्हेंं निर्देश दिए जाएंगे।
इंटर परीक्षाफल का फॉर्मूला
इटरमीडिएट परीक्षा में पांच विषय वर्ग मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, कृषि तथा व्यवसायिक वर्ग में परीक्षाएं सम्पादित होती हैं। इन विषय वर्ग में कई विषय ऐसे हैं जिनमें प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी सम्पादित होती हैं। 2021 की परीक्षा के अंको के निर्धारण के लिए बोर्ड की वेबसाईट पर परीक्षार्थियों के कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा, कक्षा-11 की वार्षिक या अर्धवार्षिक परीक्षा तथा कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा एवं प्रयोगात्मक विषयों के अंक उपलब्ध हैं। इन अंको आधार पर वर्ष 2021 की इंटर परीक्षा के परीक्षार्थियों के अंकों के निर्धारण का फार्मूला बना है। गैर प्रयोगात्मक विषय (अर्थात जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं नही होती है) जिनका पूर्णांक 100 अंको का होता है।
1-कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत। औसत का आगणन कक्षा-10 के सम्पूर्ण विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके आगणित किया जायेगा।
2-कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में सम्बंधित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 40 प्रतिशत अंक।
3-कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में संबंधित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 10 प्रतिशत अंक।
इन सभी के अनुसार प्राप्त तीनो अंको को जोड़कर संबंधित परीक्षार्थी के विषयवार अंको का निर्धारण किया जायेगा। उदाहरण के लिए यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-10 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 600 में से 300 अंक प्राप्त किये हैं तब उसका औसत अंक 300/6=50 अंक होगा। इसमें से 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 25 अंक देय होगा। कक्षा-11 में किसी विषय विशेष में यदि उसे 100 अंक में से 60 अंक मिले हैं तब उसका 40 प्रतिशत 24 अंक होगा। इसी प्रकार प्रीबोर्ड परीक्षा से कक्षा-12 में उस विषय में उसे 50 अंक मिले हैं तब उसका 10 प्रतिशत 5 अंक होगा। इस प्रकार उसके कुल अंक 100 में 25+24+5=54 होगे।
हाईस्कूल परीक्षाफल का फॉर्मूला
कक्षा दस के लिए - कक्षा 9 के 50 प्रतिशत तथा कक्षा 10 प्री-बोर्ड के 50 प्रतिशत अंक निर्धारित होंगे। हाईस्कूल परीक्षा में 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा 30 अंकों की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा कुल 100 अंकों की सम्पादित होती है। वर्ष 2021 की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड हैं। इसके साथ ही कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा के अन्तर्गत सम्पादित 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा कक्षा-10 की 70 अंक की लिखित प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड है। जिनके आधार पर वर्ष 2021 की हाईस्कूल परीक्षा के परीक्षार्थियों के अंकों का निर्धारण का फार्मूला निम्नवत है।
1-कक्षा-9 की 70 अंकों की वार्षिक विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
2-कक्षा-10 की 70 अंक की प्री-बोर्ड विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
3-वर्ष 2021 में विद्यालय स्तर पर सम्पादित 30 अंक की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक। इन सभी के औसत के पश्चात प्राप्त तीनों अंकों को जोड़कर संबंधित परीक्षार्थी के विषयवार अंको का निर्धारण होग। उदाहरणार्थ- यदि परीक्षार्थी को कक्षा-9 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 70 में से 60 अंक मिले हैं तो 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसके 30 अंक लिए जायेंगे। कक्षा-10 की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षा में 70 में से 40 अंक पाए हैं तब 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसके 20 अंक लिए जायेंगे। आन्तरिक मूल्यांकन परीक्षा में यदि उसने 30 में से 28 अंक पायें हैं तब सम्बंधित परीक्षार्थी को कुल अंक 100 में से 30+20+28=78 अंक प्राप्त होंगे।
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