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पुरानी पेंशन बहाली के लिए किए शिक्षकों और कर्मचारियों ने किए लाखों ट्वीट

 पुरानी पेंशन बहाली के लिए किए शिक्षकों और कर्मचारियों ने किए लाखों ट्वीट

नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम ( एनएमओपीएस) के बैनर तले शनिवार को पूरे प्रदेश के शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा निजीकरण और नई पेंशन व्यवस्था के विरोध में अभियान चलाया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष (एनएमओपीएस) एवं प्रांतीय अध्यक्ष अटेवा विजय कुमार बन्धु ने दावा किया कि नई पेंशन व्यवस्था के खिलाफ 12 लाख लोगों ने ट्वीट कर अपनी आवाज केंद्र और राज्य सरकारों तक पहुंचाई।  



प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. हरि प्रकाश यादव ने कहा कि देश में पश्चिम बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां आज भी पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू है। यदि वहां की सरकार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दे सकती है, तो केंद्र और विभिन्न राज्यों की सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकतीं। कहा, यदि पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल नहीं होती है तो आगामी चुनाव में सत्ताधारी दल को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अभियान में प्रदेश प्रवक्ता उपेंद्र वर्मा, जिला संरक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह, जिला संयोजक अशोक कनौजिया, जिला महामंत्री कमल सिंह आदि ने सहयोग किया। 


वहीं पुरानी पेंशन की बहाली के लिए उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के बनैर तले प्त वी वांट ओल्ड पेंशन के द्वारा बड़ी संख्या में ट्वीट किए गए। प्रदेश के बेसिक शिक्षकों ने सुबह 10 बजे से अभियान चलाया। इस दौरान 1.4 मिलियन ( लगभग 14 लाख) ट्वीट किए जाने का दावा किया गया है। प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा और जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि इतनी संख्या में ट्वीट विश्वस्तर की ट्रेंडिंग में प्रथम स्थान पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में शिक्षक/ कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए बढ़-चढ़कर ट्वीट किए। कहा, जब तक  सरकार प्रदेश में नई पेंशन स्कीम खत्म कर पुरानी पेंशन लागू नहीं कर देती, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। 

अभियान में अजय पटेल, सुधाकर ज्ञानार्थी, मो.दानिश, सुधीर गुप्ता, सुरेंद्र प्रताप सिंह, नीलम सिंह, अरुण कुमार, पुष्पलता सिंह, नरेन्द्र बहादुर सिंह, आशीष गुप्ता, जितेन्द्र कुमार, राकेश यादव, अंजना सिंह, अंजुला दास, गिरीश तिवारी, कमलेश सिंह, अजय विश्वकर्मा, मिथिलेश मौर्य, सचिन रावत, हरि शंकर, रंजना द्विवेदी, श्वेता श्रिवास्तव, डॉ बृजेश यादव, तेज प्रताप सिंह, अनुराग पाण्डेय, अशोक कुमार सिंह, दिनेश यादव, फुलेल सिंह पटेल, कृष्ण कुमार यादव, प्रकाशचंद्र जायसवाल, वीरेंद्र कुमार, राधेश विकास, राजीव सिंह, राजीव प्रताप सिंह, प्रमोद दुबे,आर के यादव, मो. अजाज, सुरेश यादव, रोहित सोनकर, अरुण कुमार, रत्नेश सिंह, पवन कुमार सिंह, संदीप कुशवाहा, दिनेश सिंह, बालेन्द्र सिंह, डॉ संजय, पुष्पराज सिंह, देवेन्द्र यादव, जितेन्द्र कुमार शर्मा, शिवशरण यादव आदि सैकड़ों लोगों ने अमूल्य सहयोग दिया।

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