Header Ads

परिषदीय स्कूलों में तीन साल की उम्र में हो सकेगा दाखिला, बच्चों को बुनियादी शिक्षा देने के लिए अब प्री-नर्सरी की भी होगी पढ़ाई-primary ka master

 परिषदीय स्कूलों में तीन साल की उम्र में हो सकेगा दाखिला, बच्चों को बुनियादी शिक्षा देने के लिए अब प्री-नर्सरी की भी होगी पढ़ाई-primary ka master

आजमगढ़। परिषदीय स्कूलों में अभी तक छह साल की उम्र होने पर कक्षा एक में दाखिला मिलता था। जबकि निजी स्कूलों में तीन साल की उम्र में प्री-नर्सरी में दाखिला मिलता है। नई शिक्षा नीति में सरकारी स्कूल में बच्चों को बुनियादी शिक्षा देने के लिए अब प्री-नर्सरी की भी पढ़ाई होगी। कम उम्र में भी इनका दाखिला हो सकेगा और छह साल की उम्र तक आते-आते बच्चे ज्यादा बेहतर पढ़कर बुनियाद मजबूत कर सकेंगे।


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अम्बरीष कुमार के अनुसार शासन से निर्देश मिलते ही इस सत्र से यह प्रणाली लागू हो जाएगी। इसमें परिषदीय विद्यालयों में बच्चे तीन वर्ष की उम्र में कान्वेंट स्कूल की तर्ज पर नर्सरी या प्री नर्सरी में दाखिला ले सकेंगे। ताकि छोटी उम्र से ही उनकी बुनियादी शिक्षा को मजबूत बनाया जाए। अब तक प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक में ही छात्रों का दाखिला होता था.जिस वजह से जो बच्चा निजी स्कूल में तीन से चार साल की उम्र में कक्षा नर्सरी से पढ़ता था, वह छह वर्ष की आयु तक आते-आते हिंदी व अंग्रेजी के शब्दों के साथ ही वाक्य बनाना सीख जाता था। जबकि परिषदीय स्कूल में पहली कक्षा का छात्र अक्षरों को पढ़ना शुरू करता था। बीएसए ने बताया कि परिषदीय स्कूलों के बच्चों की बुनियादी शिक्षा भी शुरू से ही बेहतर हो सके। इसको देखते हुए नई शिक्षा नीति के तहत यह नियम लागू करने जा रहा है। 

कोई टिप्पणी नहीं