परिषदीय स्कूल: बेटियों को 'पावरफुल' बनाएंगी पावर एंजिल, शिक्षा से वंचित बेटियों का कराएगी दाखिला
परिषदीय स्कूल: बेटियों को 'पावरफुल' बनाएंगी पावर एंजिल, शिक्षा से वंचित बेटियों का कराएगी दाखिला
गोरखपुर जिले के परिषदीय विद्यालयों में पावर एंजिल को अहम जिम्मेदारी मिलेगी। अब पावर एंजिल बनी छात्राओं को जिम्मेदारी दी जाएगी कि स्कूलों में शिक्षा से वंचित बेटियों का दाखिला कराया जाए और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
शासन के निर्देश मिले हैं कि कोरोना काल में 10 छात्राओं का स्कूल में दाखिला कराने वाली पॉवर एंजिल को सम्मानित किया जाए। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल स्तर पर पावर एंजिल बनाई गई है। अब तक इनका काम स्कूल या ग्रामसभा की बच्चियों को सुरक्षा और संरक्षा के मुद्दे पर जागरूक करना था।
सके अंतर्गत पावर एंजिल अभिभावकों और बच्चों से मिलती है और किसी प्रकार की समस्या आने पर थाने पर फोन करती हैं। अब इन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है कि शिक्षा के मूल क्षेत्र से वंचित छात्राओं को स्कूलों से जोड़ा जाए। अफसरों का कहना है कि जिले के 2514 परिषदीय विद्यालयों में पावर एंजिल बनाए गए हैं।
सभी की जिम्मेदारी होगी कि स्कूलों के कार्यों का सही से निर्वहन करे। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि शासन से निर्देश मिले हैं। छात्राओं को पावर एंजिल बनाया जाएगा, ताकि स्कूलों में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन मिल सके।
क्या होती हैं पावर एंजिल
पावर एंजिल पर मीना मंच संभालने की अहम जिम्मेदारी होती है। इसके अलावा पावर एंजिल का काम होता है कि स्कूलों में छात्रों के कार्यों के बारे में बताया जाए। छात्र-छात्राओं को सरकारी योजनाओं के बारे में भी क्रियान्वयन करें।
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