बेसिक शिक्षा के शिक्षक अब कैदियों को पढ़ाएंगे, शासन की हरी झंडी
बेसिक शिक्षा के शिक्षक अब कैदियों को पढ़ाएंगे, शासन की हरी झंडी
बांदा। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले अब जेलों में बंद आपराधिक आरोपियों के भी गुरु बनेंगे। शासन की हरी झंडी मिलने के बाद प्रक्रिया शुरू हो गई है। जेलों में इनकी प्रति नियुक्ति तीन से पांच वर्ष तक होगी।
बुंदेलखंड सहित प्रदेश की जेलों में शिक्षाध्यापक के 59 पद सृजित हैं। इनमें 57 रिक्त पड़े हैं। हाल ही में शासन ने प्रदेश के शिक्षा निदेशक (बेसिक) को भेजे पत्र में शासन द्वारा लिए गए निर्णय का हवाला देकर कहा कि जेलों में रिक्त पड़े शिक्षाध्यापक और प्रधानाध्यापक पदों पर बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों की प्रति नियुक्ति के प्रस्ताव को सेवा शर्तों के साथ शासन ने अनुमोदन दे दिया है। यह प्रति नियुक्ति तीन वर्ष की होगी।जिसे बढ़ाकर अधिकतम 5 वर्ष किया जा सकता है।
प्रति नियुक्ति शासन की पूर्वानुमति से होगी। प्रदेश की 48 जेलों में कुल 59 शिक्षाध्यापक के पद सृजित हैं। ज्यादातर एक-एक पद सृजित हैं। इनमें बुंदेलखंड में हमीरपुर, उरई, झांसी, ललितपुर में एक-एक और चित्रकूट में सृजित दो पद रिक्त हैं। सेंट्रल यूपी के कानपुर नगर, हरदोई, इटावा की जेलों में भी शिक्षाध्यापक के पद रिक्त हैं। प्रदेश की आठ केंद्रीय/किशोर/नारी कारागारों में सृजित प्रधानाध्यापक के आठ पदों में सभी रिक्त हैं।
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