औचक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में बरात ठहरे देख भड़के बीईओ, प्रधानाध्यापक को निलंबित करने की संस्तुति
औचक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में बरात ठहरे देख भड़के बीईओ, प्रधानाध्यापक को निलंबित करने की संस्तुति
Sant Kabir Nagar:
धनघटा। बीईओ ध्रुव कुमार जायसवाल ने बुधवार को नाथनगर क्षेत्र के कई परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कंपोजिट विद्यालय गांधीनगर हरिहरपुर में बरात रुके होने से भड़क गए। संबंधित प्रधानाध्यापक को निलंबित करने की संस्तुति की। इसी तरह कुछ विद्यालयों की जांच की, जहां 12 शिक्षक और पांच शिक्षामित्र अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित लोगों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देेश दिए।
एक जुलाई से बगैर छात्रों के विद्यालय खोलने के निर्देश हैं। इसकी वास्तविकता जांचने के लिए बुधवार को बीईओ ध्रुव कुमार जायसवाल कंपोजिट विद्यालय गांधीनगर हरिहरपुर पहुंचे तो वहां बरात रुकी देखकर भड़क गए। प्रभारी प्रधानाध्यापक हरिहर प्रसाद को निलंबित करने की संस्तुति की। जबकि सहायक अध्यापक विजेंद्र कुमार गौतम, मंजू व शिक्षामित्र इंद्रासनी अनुपस्थित पाए गए। इसकी वजह से इन लोगों का एक दिन का वेतन काटे जाने की संस्तुति की। वहां से कंपोजिट विद्यालय अंबेडकरनगर हरिहरपुर पहुंचे, जहां सहायक अध्यापक मधू जायसवाल, रत्नेश कुमार, अनिल चौधरी व शिक्षामित्र शारदा देवी अनुपस्थित मिलीं। उपरोक्त का एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की। बाद में कंपोजिट विद्यालय महुली द्वितीय में पहुंचे, जहां सहायक अध्यापक जयप्रकाश दास व शिक्षामित्र प्रीती शुक्ला एवं चंद्रशेखर अनुपस्थित मिले। जिसके कारण इन सभी एक दिन का वेतन काटे जाने की संस्तुति की। प्राथमिक विद्यालय घोलवा में सहायक अध्यापक वीना त्रिपाठी अनुपस्थित मिलीं। इसके कारण उनका भी एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की। कंपोजिट विद्यालय जमुहट में सहायक अध्यापक शिखा सिंह अनुपस्थित मिलीं। उनका एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की। प्राथमिक विद्यालय करनपुर में तैनात सहायक अध्यापक अतुल गुप्ता अनुपस्थित मिले। उनका एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की। कंपोजिट विद्यालय ओनिया के सहायक अध्यापक लक्ष्मी मौर्य, शिक्षामित्र राजेश कुमार, पूनम उपाध्याय, प्रेमलता चौधरी अनुपस्थित पाए गए। इन सभी का वेतन काटने की संस्तुति की। प्राथमिक विद्यालय दुबौली के आलोक प्रकाश अनुपस्थित मिले। उनका एक दिन का वेतन काटे जाने की संस्तुति की गई है। बीईओ की इस कार्रवाई से लापरवाह शिक्षकों में हड़कंप मच गया।
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