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उच्च प्राथमिक स्कूल में बच्चे में अब नहीं बैठेंगे जमीन पर, बजट जारी-primary ka master

 उच्च प्राथमिक स्कूल में बच्चे में अब नहीं बैठेंगे जमीन पर, बजट जारी-primary ka master

कोरोना के कारण तकरीबन सवा साल से बंद चल रहे स्कूलों के खुलने पर बच्चों की नई खुशियां मिलेंगी। क्योंकि अब उन्हें जमीन पर बैठकर पढ़ाई नहीं करनी होगी। प्रदेशभर के 45625 उच्च प्राथमिक स्कूलों में से तकरीबन -आधे 26599 में फर्नीचर लगवाया जा रहा है। सभी जिलों में जेम पोर्टल पर टेंडर के माध्यम से डेस्क बेंच की खरीद हो रही है।

शिक्षा मंत्रालय ने प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में 2020-21 शैक्षणिक सत्र में इन स्कूलों को फर्नीचर उपलब्ध कराने के लिए 488 करोड़ रुपये मंजूर किए थे जिनमें से 327 करोड़ रुपये जारी भी हो गया है। 2017-18 सत्र में उपलब्ध कराए गए फर्नीचर की तुलना में इस बार
डिजाइन में सुधार भी किया गया है।

छोटे बच्चों की सुरक्षा, बच्चों के स्कूल बैग, कॉपी-किताब एवं वाटर ऑॉटल रखने की उपयुक्त व्यवस्था, बच्चों की दृष्टि से आकर्षक एवं चाइल्ड फ्रेंडली बैठने की उच्च गुणवत्ता के साथ सुगमता व प्रभावी लागत टिकाऊपन और बच्चों की उम्र व वर्ग के अनुसार डिजाइन का खास ध्यान रखा गया है।

सभी जिलों में डीएम की निगरानी में फर्नीचर खरीद हो रही है। वाराणसी में 108 प्राथमिक समेत 212 स्कूलों में डेस्क बेंच लग रहे हैं।

जिले में 599 स्कूलों को मिलेगा फर्नीचर

जिले के 599 उच्च प्राथमिक स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध होगा। इससे पहले 2017-18 सत्र में 175 स्कूलों को फर्नीचर मिला था। इस प्रकार कुल एक हजार स्कूलों में से अधिकांश में बच्चों के लिए फर्नीचर हो जाएगा।


जिले के 599 उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए फर्नीचर खरीद जेम पोर्टल के माध्यम से हो रही है। खरीद में बच्चों की आयु और वर्ग का खास माध्यम से हो रही है खरीद में बच्चों की आयु और वर्ग का खास ध्यान रखा गया है। कुमार कुशवाहा, बीएसए

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