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यूपी बोर्ड के उत्तीर्ण फ़ॉर्मूले से प्रतिशत गायब, पूर्व की परीक्षाओं के कितने प्रतिशत अंकों से बना रिजल्ट जिक्र नहीं जारी किए चंद आंकड़े

 यूपी बोर्ड के उत्तीर्ण फ़ॉर्मूले से प्रतिशत गायब, पूर्व की परीक्षाओं के कितने प्रतिशत अंकों से बना रिजल्ट जिक्र नहीं जारी किए चंद आंकड़े

लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र (यूपी बोर्ड) की वर्ष 2021 की परीक्षा के बिना हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के रिजल्ट जारी करने के लिए फामरूला तय हुआ। फामरूला उस समय सार्वजनिक भी हुआ जब पंजीकृत छात्र-छात्रओं के पिछली परीक्षाओं के अधिकांश अंक वेबसाइट पर अपलोड हो गए थे। विभाग के अफसर यह भी दावा कर रहे हैं कि उनके फामरूले को सीबीएसई सहित कई अन्य बोडरें ने भी अपनाया। लेकिन, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शनिवार को जारी रिजल्ट में उस फामरूले के तहत कक्षावार कितने प्रतिशत अंक शामिल किए, यह नहीं बताया है।


यूपी बोर्ड से संबद्ध कालेजों का 10वीं व 12वीं का रिजल्ट इस बार बिल्कुल अलग है, क्योंकि परिणाम विद्यार्थियों के पिछले प्रदर्शन पर आधारित है। इसे तैयार करने के लिए विभाग को खूब जूझना पड़ा, क्योंकि बोर्ड मुख्यालय पर हाईस्कूल, इंटर की पिछली परीक्षाओं के अलावा इस वर्ष की प्रायोगिक व आंतरिक परीक्षाओं के ही अंक उपलब्ध थे। 9वीं, 11वीं की वार्षिक, अर्धवार्षिक व प्रीबोर्ड के अंक कालेजों से मंगाए गए थे। वेबसाइट शुरू करके कम समय में यह कार्य पूरा हुआ। इसी के बाद रिजल्ट का फामरूला बना। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तय फामरूले को खूब प्रचारित किया।

दोनों परीक्षाओं का रिजल्ट देते समय संबंधित कक्षाओं का जिक्र है लेकिन, कितने प्रतिशत अंकों से रिजल्ट बना ये गायब हो गया है। इसकी वजह यह है कि रिजल्ट के बाद यदि विवाद होता है तो अफसर बचे रहें। इसीलिए सुरक्षित रास्ता चुना गया है।

यहां तक कि परिणाम की घोषणा करने के लिए अफसर मीडिया के सामने नहीं आए, सिर्फ चंद आंकड़े दे दिए गए। इतना ही नहीं, यूपी बोर्ड के माध्यमिक कालेजों में विद्यार्थियों को किस तरह आंख मूंदकर प्रवेश दिया जाता है, रिजल्ट ने उसे भी सामने ला दिया। हाईस्कूल का अंकपत्र बड़ी संख्या में विद्यार्थियों का त्रुटिपूर्ण और फर्जी मिला है, इसीलिए उसका रिजल्ट प्रतिशत कम है।

ये फामरूला बना था

’10वीं के लिए 9वीं के 50 प्रतिशत व 10वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक शामिल करना।

’12वीं के लिए 10वीं के 50 प्रतिशत, 11वीं के 40 व 12वीं प्री-बोर्ड परीक्षा के 10 प्रतिशत अंक शामिल करना।

परिणाम में ये रहा

’10वीं के लिए 9वीं की वार्षिक परीक्षा व 10वीं की प्रीबोर्ड परीक्षा के प्राप्तांक से।

’12वीं के लिए 10वीं की बोर्ड परीक्षा, 11वीं वार्षिक या अर्धवार्षिक परीक्षा, 12वीं प्रीबोर्ड परीक्षा के प्राप्तांक से।

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