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शिक्षकों के लिए फिलहाल मानव संपदा पोर्टल बन गया मुसीबत

 शिक्षकों के लिए फिलहाल मानव संपदा पोर्टल बन गया मुसीबत

फिरोजाबाद । बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए फिलहाल मानव संपदा पोर्टल मुसीबत बन गया है । तकनीकी गड़बड़ी के चलते शिक्षकों की आनलाइन अवकाश स्वीकृत नहीं हुए हैं । खंड शिक्षाधिकारियों ने उन विद्यालयों का निरीक्षण किया है तो अनुपस्थित मिलने पर वेतन कटौती कर दी है । शिक्षक बीएसए कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं । बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कई व्यवस्थाओं को
ऑनलाइन किया जा रहा है । मगर प्रेरणा पोर्टल और मानव संपदा पोर्टल शिक्षकों के लिए मुसीबत से कम साबित नहीं हो रहा है । ऑनलाइन अवकाश तथा वेतन के लिए शिक्षकों का मासिक उपस्थिति पत्र भी अपलोड किया जाना जरूरी है । उधर , इस पोर्टल की स्थिति यह है कि करीब 15 दिन से चल रहीआवेदन का जवाब नहीं आया मानव संपदा से अवकाश स्वीकृत कराने को प्राइमरी जाजुमई में तैनात शिक्षिका लक्ष्मी ने आवेदन किया था । तकनीकी दिक्कत के कारण जवाब नहीं आया । तकनीकि गड़बड़ी सही नहीं हो रही है ऑनलाइन छुट्टियां खासकर आकस्मिक अवकाश के लिए ज्यादा दिक्कत हो रही है । आवेदन समय से कर पाना मुश्किल हो रहा है । कई शिक्षकों ने बताया कि है कि जिस दिन अवकाश चाहिए था । उस दिन अवकाश स्वीकृत नहीं हुआ । ऐसे में शिक्षक स्कूल भी गए । उसके अगले दिन अवकाश स्वीकृति का मैसेज भी आ गया । यूटा जिलाध्यक्ष जया शर्मा ने बीएसए को इस समस्या से अवगत कराया है । उधर हर माह की 25 तारीख तक शिक्षकों की मासिक उपस्थिति जरूरी है ।

इस बार पोर्टल की गड़बड़ी के कारण विभाग को तिथि 27 अगस्त तक बढ़ानी पड़ी है । इस तरह ऑनलाइन व्यवस्था पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं । उपस्थिति डाटा लाक न होने की स्थिति में इस बार शिक्षकों का वेतन आने में देरी जैसी स्थिति बन गई है । दूसरी ओर शिक्षक संगठन आफलाइन व्यवस्था को शुरू करने की मांग कर रहे हैं । बीएसए अंजलि अग्रवाल ने बताया कि तकनीकी सुधार चलने के कारण पोर्टल प्रभावित था , लेकिन ठीक होने की जानकारी भी मिली है । निस्तारण करा रहे हैं ।

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