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नई नहीं पुरानी पेंशन देने के लिए बुलन्द करेंगे आवाज:- बीआरसी पर कल बेसिक के शिक्षक देंगे दो घण्टे घरना, 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आंदोलित है शिक्षक

 नई नहीं पुरानी पेंशन देने के लिए बुलन्द करेंगे आवाज:- बीआरसी पर कल बेसिक के शिक्षक देंगे दो घण्टे घरना, 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आंदोलित है शिक्षक

अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिले के शिक्षक मुखर हैं। 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आंदोलित हैं। आंदोलन की कड़ी में मंगलवार का दिन खास होगा। कारण पहली बार बेसिक के शिक्षक सभी बीआरसी पर एक साथ और एक समय में धरना देंगे। पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे तक तीन घण्टे के धरने में नई के बजाय पुरानी पेंशन ही देने की आवाज बुलन्द करेंगे।


अपनी 21 सूत्रीय मांगों के सम्बंध में आंदोलन के प्रथम चरण में 10 लाख ट्वीट के साथ दस्तक देने वाले संगठन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ अपनी मांगों के समर्थन में आर पार की लड़ाई के मूड में हैं। मंगलवार के आंदोलन के लिए शिक्षक कमर कस चुके है। धरने को सफल एवं ऐतहासिक बनाने के लिए शिक्षक नेताओं की ओर से निरंतर शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, रसोइयों एवं कस्तूरबा विद्यालय शिक्षकों से संपर्क कर किया जा रहा है। धरने के सम्बंध में कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पेंशनर्स अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार मिश्र ने बताया कि सरकार हमारे पहले से मिल रहे अधिकारों को छीन रही है। पहले के शिक्षकों को पुरानी पेंशन और नए शिक्षकों को नई पेंशन दे रही है। यह दोहरा मापदंड है। इसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांगपत्र के माध्यम से, ट्विटर अभियान चलाकर और शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मांग शासन तक पहुंचा चुका है। बृजेश मिश्र ने कहा कि लेकिन सरकार का कोई सकारात्मक जबाब नहीं आया। मजबूर होकर हमें आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा है। आंदोलन के पहले चरण में हैशटैग अभियान चलाया गया। अब 14 सितम्बर को ब्लॉक स्तर पर धरना देंगे। बाद में जिला एवं प्रदेश में धरने होंगे। कहा कि प्रदेश का शिक्षक आज अपने हितों के सरंक्षण के लिए प्राथमिक शिक्षक संघ की तरफ देख रहा है।


आंदोलन को धार देने में जुटे शिक्षक नेता

प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता व संघ के पूर्व जिला मंत्री राजेश यादव ने शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, रसोइयों से 14 सितम्बर के धरने में प्रतिभाग करने और धरने को सफ़ल बनाने की अपील की है। वहीं धरने को धार देने के लिए भीटी से सतन कुमार, बाल गोविंद वर्मा, पंकज राव, गिरीश नारायण द्विवेदी कटेहरी से राम सागर वर्मा, रूपेंद्र त्रिपाठी, राम जनम वर्मा, अकबरपुर से राम सुंदर वर्मा, नीलम सिंह, कामना शुक्ला, सुरेंद्र देव, विवेक मणि सिंह, टाण्डा से रजनीश पासवान, ज्ञानेंद्र मणि मिश्र कुबैस सिद्दीकी, सुहैल अहमद, भियांव से अरुण यादव, सम्पूर्णानन्द, जलालपुर से मनोराम यादव, मोहम्मद अलकमा, आशाराम, रामनगर से अखिलेश यादव, अनूप शुक्ल, राहुल कन्नौजिया जहांगीरगंज से अनिल यादव, राम केवल यादव, ब्रह्मदेव तिवारी, बृजेन्द्र कुमार, भोला पाण्डेय ने कमान संभाल ली है।


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अंबेडकर नगर
नई नहीं पुरानी पेंशन देने की बुलन्द करेंगे आवाज
हिन्दुस्तान टीम,अंबेडकर नगर
Published By: Newswrap
Sun, 12 Sep 2021 11:30 PM
नई नहीं पुरानी पेंशन देने की बुलन्द करेंगे आवाज
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अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिले के शिक्षक मुखर हैं। 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आंदोलित हैं। आंदोलन की कड़ी में मंगलवार का दिन खास होगा। कारण पहली बार बेसिक के शिक्षक सभी बीआरसी पर एक साथ और एक समय में धरना देंगे। पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे तक तीन घण्टे के धरने में नई के बजाय पुरानी पेंशन ही देने की आवाज बुलन्द करेंगे।


अपनी 21 सूत्रीय मांगों के सम्बंध में आंदोलन के प्रथम चरण में 10 लाख ट्वीट के साथ दस्तक देने वाले संगठन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ अपनी मांगों के समर्थन में आर पार की लड़ाई के मूड में हैं। मंगलवार के आंदोलन के लिए शिक्षक कमर कस चुके है। धरने को सफल एवं ऐतहासिक बनाने के लिए शिक्षक नेताओं की ओर से निरंतर शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, रसोइयों एवं कस्तूरबा विद्यालय शिक्षकों से संपर्क कर किया जा रहा है। धरने के सम्बंध में कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पेंशनर्स अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार मिश्र ने बताया कि सरकार हमारे पहले से मिल रहे अधिकारों को छीन रही है। पहले के शिक्षकों को पुरानी पेंशन और नए शिक्षकों को नई पेंशन दे रही है। यह दोहरा मापदंड है। इसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांगपत्र के माध्यम से, ट्विटर अभियान चलाकर और शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मांग शासन तक पहुंचा चुका है। बृजेश मिश्र ने कहा कि लेकिन सरकार का कोई सकारात्मक जबाब नहीं आया। मजबूर होकर हमें आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा है। आंदोलन के पहले चरण में हैशटैग अभियान चलाया गया। अब 14 सितम्बर को ब्लॉक स्तर पर धरना देंगे। बाद में जिला एवं प्रदेश में धरने होंगे। कहा कि प्रदेश का शिक्षक आज अपने हितों के सरंक्षण के लिए प्राथमिक शिक्षक संघ की तरफ देख रहा है।


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शिक्षक संघ की प्रमुख मांग

.पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए।

.राज्य कर्मचारियों की तरह शिक्षकों को कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाए।

.एसीपी, उपार्जित अवकाश, द्वितीय शनिवार को अवकाश दिया जाए।

. शिक्षकों को परिवारिक भत्ता व नगरीय भत्ता दिया जाय।

.जनपद के अंदर स्थान्तरण और शिक्षकों की पदोन्नति तुरन्त की जाए।

.सभी विद्यालयों में फर्नीचर, विद्युत, लिपिक, चौकीदार की व्यवस्था की जाए।

.प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक एवं पांच शिक्षक तथा जूनियर स्तर पर प्रधानाध्यापक एवं तीन शिक्षक की नियुक्ति की जाए।

.शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों को स्थाई किया जाए।

.रसोइयों का मानदेय अत्यंत कम और मात्र 1500 रुपए मासिक है। मानदेय 10 हजार रुपए मासिक किया जाए।

.आंगनबाड़ी कार्यक्त्रिरयों का मानदेय 10 हजार रुपए किया जाए।

.उत्तर प्रदेश शिक्षक सेवा अभिकरण विधयक एवं वार्षिक प्रविष्टि विधेयक वापस लिया जाय।

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