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संबद्ध प्राइमरी और संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों की होगी एनपीएस कटौती

 संबद्ध प्राइमरी और संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों की होगी एनपीएस कटौती

जिले के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों से संबद्ध प्राइमरी और एडेड संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों को 16 साल बाद न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) का लाभ मिलने की आस जगी है।



प्रयागराज की वित्त एवं लेखाधिकारी पायल सिंह ने इसके लिए 5 सितंबर को प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों को पत्र लिखकर एनपीएस के आवेदन मांगे हैं। ताकि प्रान आवंटन करते हुए उनके अभिदाता एवं नियोक्ता अंशदान की कटौती तथा निवेश सुनिश्चित कराया जा सके।

300 शिक्षकों को होगा लाभ

जिले में 25 संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को भुगतान हो रहा है। इनमें कार्यरत कुल 75 शिक्षकों में से 56 एनपीएस वाले हैं। संबद्ध प्राइमरी के 44 स्कूल हैं। 23 बालक में 152 व 21 बालिका विद्यालय में 172 कुल 312 शिक्षक हैं। इनमें एनपीएस वालों की संख्या स्पष्ट नहीं है लेकिन 80 फीसदी एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त हैं।

इनका कहना है

प्रदेश के शिक्षा मंत्री, अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक) तथा शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) को बताना चाहिए कि योजना लागू होने के 16 वर्ष बाद भी अब तक एनपीएस में कटौती क्यों नहीं शुरू की गई। एनपीएस के अनेक प्रावधानों को सरकार क्यों नहीं लागू कर पा रही है।


लालमणि द्विवेदी, प्रदेश महामंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ (ठकुराई गुट)

खास-खास

553 संबद्ध प्राइमरी स्कूल हैं प्रदेश में

567 सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालय हैं

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