बीएसए ऑफिस के लेखा विभाग में विजिलेंस टीम ने मारा छापा, कई बाबू दीवार कूदकर भागे
बीएसए ऑफिस के लेखा विभाग में विजिलेंस टीम ने मारा छापा, कई बाबू दीवार कूदकर भागे
फिरोजाबाद। बीएसए कार्यालय के लेखा विभाग में सोमवार को विजिलेंस की टीम ने छापा मारा। हालांकि टीम के आने की आहट से कार्यालय में हड़कंप मच गया और दोपहर में ही कार्यालय के सभी पटल खाली हो गए। कार्यालय में मौजूद शिक्षकों के मुताबिक कई लिपिक तो कार्यालय की दीवार फलांग कर गायब हो गए। यहां तक लिपिक और कर्मचारियों ने अपने मोबाइल भी बंद कर लिए। कार्यालय खाली होने के बाद विजिलेंस की टीम बिना कार्रवाई किए ही लौट गई।विजिलेंस की टीम सुबह 10 बजे बीएसए कार्यालय पर पहुंच गई। टीम के सदस्य लेखा विभाग में चक्कर लगा आए। विजिलेंस टीम की कार्रवाई की आशंका पर दोपहर तक लेखा विभाग में कर्मचारी और लिपिक गायब हो गए। कोई अपने बच्चे के बीमार होने का बहाना बनाकर गया तो कोई रिश्तेदारी मे मरने की खबर बताकर निकल लिया।
10 से 15 मिनट में लेखा विभाग में कोई भी कर्मचारी नहीं बचा। बताया जा रहा है कि कुछ कर्मचारी बीएसए कार्यालय की पीछे की दीवार फलांग कर गायब हो गए। कार्यालय में एक भी लिपिक और कर्मचारी शेष न बचा। फोन भी बंद कर लिए गए। लेखा विभाग के नीचे बीएसए कार्यालय में भी यही स्थिति रही। कार्यालय पूरी तरह खाली हो गया। कार्यालय खाली होने पर विजिलेंस की टीम बिना कार्रवाई किए लौट गई।
...क्यों गायब हुए कर्मचारी
विजिलेंस की सुगबुगाहट से लेखा विभाग के सभी और बीएसए कार्यालय के अधिकांश पटल खाली होना सवाल कई सवाल खड़ा कर गया। विजिलेंस की टीम सिर्फ रिश्वत लेने वाले व्यक्ति को ही पकड़ती है। पकड़ने के बाद टेस्ट भी करती है। यदि हाथ लाल हो जाते हैं तो दोषी माना जाता है अन्यथा दोषी नहीं माना जाता। सवाल उठ रहे हैं कि कार्यालय पूरा खाली क्यों हो गया?
बिना सुविधा शुल्क दिए नहीं होता काम
चाहे एरियर की बात हो या अन्य कोई कार्य। लेखा कार्यालय में बिना सुविधा शुल्क के कोई कार्य नहीं होता है। लेखा विभाग में एरियर का पांच से 10 प्रतिशत लिपिकों को देना पड़ता है। यदि कोई शिक्षक अनुपस्थित होता है तो उसका वेतन लगवाने के लिए भी 10 हजार रुपये की रेट निर्धारित है। यदि कोई शिक्षक सुविधा शुल्क नहीं देता है तो उसे कई चक्कर लगाने पड़ते हैं।
दो से तीन कर्मचारी थे निशाने पर
विभागीय लोगों के मुताबिक दो से तीन कर्मचारी विजिलेंस टीम के निशाने पर थे लेकिन टीम को सफलता नहीं मिल सकी। इधर, यूटा प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सहित अन्य पदाधिकारी भी बीएसए कार्यालय पहुंच गए। सूत्रों की मानें तो विभाग से जुड़े एक व्यक्ति ने विजिलेंस टीम के दस्तक देने की सूचना लीक कर दी थी। विजिलेंस की टीम अब उस व्यक्ति को तलाश रही है।
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