14 हजार छात्रों को प्रशिक्षण दिलाएगा आइटीआइ, कौशल को निखारकर छात्रों को आत्मनिर्भर बनाएगी प्रदेश सरकार
14 हजार छात्रों को प्रशिक्षण दिलाएगा आइटीआइ, कौशल को निखारकर छात्रों को आत्मनिर्भर बनाएगी प्रदेश सरकार
लखनऊ : प्रदेश के राजकीय औद्योगिक संस्थान (आइटीआइ) में पढ़ने वाले छात्र अब क्लास रूम तक सीमित नहीं रहेंगे। उनके कौशल को निखारने के लिए प्रदेश सरकार विशेष प्रशिक्षण देगी। पढ़ाई के साथ इन छात्रों को 1560 घंटे यानी लगभग नौ माह तक उद्योगों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी तक विभिन्न कोर्सों के लगभग 250 छात्रों को ही इस सुविधा का लाभ मिल पा रहा था, अब 14 हजार से अधिक छात्रों को उद्योगों की सहभागिता से चलाए जा रहे ड्यूल
सिस्टम आफ ट्रेनिंग (डीएसटी) के तहत व्यावहारिक प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी है। आइटीआइ में पढ़ने वाले छात्रों को फिजिकल ट्रेनिंग के जरिए हुनरमंद बनाया जाएगा। आइटीआइ ड्यूल सिस्टम आफ ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए इस साल 14 हजार छात्रों को उद्योगों से जोड़कर उनको प्रशिक्षण दिलाएगी। संस्थान के अनुसार इससे छात्रों को करीब से उद्योग को समझने का मौका मिलेगा। वहां किस तरह से काम होता है, इसकी जानकारी हासिल होगी। यही नहीं, हुनरमंद बनने के बाद छात्रों को उद्योग में ही रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ेगी। कौशल विकास विभाग के कुणाल सिल्कू ने बताया कि ड्यूअल सिस्टम आफ ट्रेनिंग योजना के जरिए पढ़ाई के छात्रों को 1560 घंटे इंडस्ट्री में ट्रेनिंग कराया जाएगा। करीब नौ महीने की ट्रेनिंग के दौरान छात्र बेहतर तरीके से इंडस्ट्री को समझ सकेंगे। इसके अलावा एक वर्षीय कोर्स करने वाले छात्रों को पांच महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। छात्रों को इंडस्ट्री से जोड़कर ट्रेनिंग दी जाएगी।
सिस्टम आफ ट्रेनिंग (डीएसटी) के तहत व्यावहारिक प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी है। आइटीआइ में पढ़ने वाले छात्रों को फिजिकल ट्रेनिंग के जरिए हुनरमंद बनाया जाएगा। आइटीआइ ड्यूल सिस्टम आफ ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए इस साल 14 हजार छात्रों को उद्योगों से जोड़कर उनको प्रशिक्षण दिलाएगी। संस्थान के अनुसार इससे छात्रों को करीब से उद्योग को समझने का मौका मिलेगा। वहां किस तरह से काम होता है, इसकी जानकारी हासिल होगी। यही नहीं, हुनरमंद बनने के बाद छात्रों को उद्योग में ही रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ेगी। कौशल विकास विभाग के कुणाल सिल्कू ने बताया कि ड्यूअल सिस्टम आफ ट्रेनिंग योजना के जरिए पढ़ाई के छात्रों को 1560 घंटे इंडस्ट्री में ट्रेनिंग कराया जाएगा। करीब नौ महीने की ट्रेनिंग के दौरान छात्र बेहतर तरीके से इंडस्ट्री को समझ सकेंगे। इसके अलावा एक वर्षीय कोर्स करने वाले छात्रों को पांच महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। छात्रों को इंडस्ट्री से जोड़कर ट्रेनिंग दी जाएगी।
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