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कैसे होगी पढ़ाई, कहीं 40 तो कहीं 45 बच्चों की जिम्मेदारी है एक शिक्षक पर, जिले में मानक के अनुरूप नहीं है शिक्षक छात्र अनुपात,

कैसे होगी पढ़ाई, कहीं 40 तो कहीं 45 बच्चों की जिम्मेदारी है एक शिक्षक पर, जिले में मानक के अनुरूप नहीं है शिक्षक छात्र अनुपात,

ज्ञानपुर। कालीन नगरी यानी भदोही जिले में परिषदीय स्कूलों में शिक्षक छात्र अनुपात मानक के अनुरूप नहीं है। ऐसे में कई स्कूलों में शिक्षकों के अभाव में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। हालांकि जिले को मिले 113 शिक्षकों को स्कूल आवंटित होने के बाद काफी हद तक समस्या हल होने की उम्मीद है। फिलहाल यहां कहीं 40 तो कहीं 45 बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी एक शिक्षक पर है।



जिले के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 30 व 35 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती होनी चाहिए। वैसे तो जिले में इस समय 36.83 का औसत है, लेकिन इसमें भी स्कूलों में असमानता है। कहीं कम बच्चों पर ज्यादा शिक्षक तो कहीं ज्यादा बच्चों पर कम शिक्षक हैं। जिले के एक लाख 61 हजार से ज्यादा बच्चों का नामांकन है। इनपर इन दिनों 4374 शिक्षक तैनात हैं। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि शिक्षक छात्र अनुपात को ठीक रखने के लिए बीते दिनों कुछ शिक्षकों की तैनाती हुई है। ऐसे 113 शिक्षकों को तैनाती के बाद काफी हद तक समस्या दूर हो जाएगी। इसमें नई नियुक्ति, प्रमोशन, समायोजन सभी शामिल हैं। सुरियावां ब्लाक क्षेत्र में 36.62 का औसत है। इसी तरह डीघ में 34.23, ज्ञानपुर में 35.66, अभोली में 39.21, भदोही में 36.39, औराई में 37.83 व नगर क्षेत्र भदोही में 136.88 का औसत है।

इन स्कूलों में पूरा नहीं मिला शिक्षक-छात्र अनुपात
शुक्रवार को करायी गई पड़ताल के दौरान कई स्कूलों में शिक्षक छात्र अनुपात मानक के अनुसार नहीं मिला। भदोही ब्लाक के सुरहन स्थित प्राथमिक विद्यालय में 135 बच्चों पर तीन शिक्षक मिले जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालय में 120 बच्चों पर तीन हैं। प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में 60 बच्चों के लिए चार, उच्च प्राथमिक में 138 पर तीन, रोहटा के प्राथमिक विद्यालय में 109 बच्चों पर छह और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 92 पर तीन शिक्षक हैं। घोसिया इलाके में प्राथमिक विद्यालय शुुलपुर में 283 पर छह शिक्षक हैं। जंगीगंज इलाके के बैरी इनारापर में 84 बच्चों की शिक्षा के लिए महज एक शिक्षक की तैनाती है। यहां नियम के तहत तीन शिक्षक होने चाहिए।
शिक्षकों और कक्ष की कमी से जूझ रहे स्कूल
औराई। प्राथमिक विद्यालय भवानीपुर पूर्वी में बच्चों की संख्या 254 है, लेकिन यहां शिक्षक व शिक्षामित्र मिलाकर सात हैं। जिसमें सहायक अध्यापिका नीलम गौतम दो माह से बाल्यपाल अवकाश पर हैं। जबकि 30 के अनुपात पर उक्त विद्यालय पर 9 शिक्षक होने चाहिए। इसी तरह कंपोजिट स्कूल सेउर के प्राथमिक विद्यालय में 337 बच्चे हैं जहां शिक्षामित्र सहित 7 की तैनाती है। इसी तरह उसी परिसर में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 172 बच्चे हैं जहां तीन अनुदेशक सहित सात की तैनाती है।

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