प्रदेश के शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को शिक्षक के रुप किया जाए समायोजित
प्रदेश के शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को शिक्षक के रुप किया जाए समायोजित
मऊ। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री को संबोधित जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। धरने को संबोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष नित्यप्रकाश यादव ने कहा कि संगठन की तरफ से शिक्षकों की लंबित
समस्याओं को लेकर पत्र के माध्यम से निरंतर अवगत कराता रहा है।लेकिन शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सका है। मांगों पर अविलंब विचार नहीं किया गया तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। इसी क्रम में जिला मंत्री ब्रह्मानंद सिंह ने कहा कि सरकार संवेदनशील होने का परिचय देकर शिक्षकों से शिक्षण का कार्य कराया जाए। डीबीटी एप से शिक्षकों द्वारा बच्चों का रजिस्टर बंद कराया जाए। कहा कि पुरानी पेंशन बहालकी जाए। प्रदेश के शिक्षकों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा प्रदान किया जाए। शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो हम लोग आंदोलन तेज करने को बाध्य हो जाएंगे।इस अवसर पर सुनील सिंह, ओमप्रकाश सिंह, हरिहर यादव, रामसिंह, दिलीप सिंह, सत्यप्रकाश, कन्हैया बरनवाल, जीवधन यादव, रमेश यादव, राजेश्वर खरवार, गिरिजाशंकर, संजय सिंह, रामदरश राय आदि शामिल रहे।
समस्याओं को लेकर पत्र के माध्यम से निरंतर अवगत कराता रहा है।लेकिन शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सका है। मांगों पर अविलंब विचार नहीं किया गया तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। इसी क्रम में जिला मंत्री ब्रह्मानंद सिंह ने कहा कि सरकार संवेदनशील होने का परिचय देकर शिक्षकों से शिक्षण का कार्य कराया जाए। डीबीटी एप से शिक्षकों द्वारा बच्चों का रजिस्टर बंद कराया जाए। कहा कि पुरानी पेंशन बहालकी जाए। प्रदेश के शिक्षकों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा प्रदान किया जाए। शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो हम लोग आंदोलन तेज करने को बाध्य हो जाएंगे।इस अवसर पर सुनील सिंह, ओमप्रकाश सिंह, हरिहर यादव, रामसिंह, दिलीप सिंह, सत्यप्रकाश, कन्हैया बरनवाल, जीवधन यादव, रमेश यादव, राजेश्वर खरवार, गिरिजाशंकर, संजय सिंह, रामदरश राय आदि शामिल रहे।
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