परिवर्तन लागत नहीं पहुंचने से परिषदीय स्कूलों में एमडीएम व्यवस्था बाधित होने की आशंका
पीलीभीत:- परिषदीय स्कूलों में पिछले दो माह से एमडीएम की परिवर्तन लागत नहीं पहुंची है। स्कूलों के शिक्षक अपने वेतन से बच्चों को गर्मागर्म भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। शिक्षकों को समय पर वेतन भी नहीं मिल पा रहा है। इससे एमडीएम व्यवस्था बाधित होने के आसार बनने लगे हैं। इस संबंध में एक शिक्षक संघ की तरफ से बीएसए को
संबोधित ज्ञापन बीईओ को दिया गया है। इसमें समय से वेतन और परिवर्तन लागत उपलब्ध कराए जाने की मांग की गई है।बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों के बच्चों को मध्यान्ह भोजन योजना के तहत गर्म पका पकाया भोजन उपलब्ध कराया जाता है। कोरोना काल के बाद 23 अक्टूबर से उच्च प्राथमिक और एक सितंबर से प्राथमिक स्कूलों में नियमित कक्षाएं चल रही हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की तरफ से दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले दो माह से परिवर्तन लागत न मिलने से शिक्षक अपने स्तर और वेतन से बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। अधिकांश शिक्षकों का जीवन यापन वेतन पर ही निर्भर है। आरोप है कि समय से वेतन भी नहीं मिल पा रहा है। इससे अधिकांश शिक्षक आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। परिवर्तन लागत के अभाव में गर्म पका पकाया भोजन बच्चों को उपलब्ध कराने में समस्या आड़े आने लगी है। इससे भोजन व्यवस्था बाधित होने की आशंका जताई जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि अगर एमडीएम व्यवस्था बाधित हो गई तो वह इसके जिम्मेदार नहीं होंगे। ज्ञापन देने वालों में महासंघ के ब्लाक अध्यक्ष रईस अहमद, मंत्री पवित्रा नंदन, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश, विवेक कुमार शुक्ला, सुशीला देवी, राजवंत कौर सहित कई शिक्षक शामिल रहे।
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