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बीएसए द्वारा किये गए औचक निरीक्षण में कई स्कूल मिले बंद, शिक्षकों का वेतन रोका

 बीएसए द्वारा किये गए औचक निरीक्षण में कई स्कूल मिले बंद, शिक्षकों का वेतन रोका

ललितपुर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामप्रवेश ने गुरुवार को महरौनी ब्लॉक क्षेत्र के परिषदीय प्राथमिक/ उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें प्राथमिक विद्यालय बालक व बालिका गुढ़ा बंद पाया गया। विद्यालय के प्रधान अध्यापक प्रिंस नायक, सहायक अध्यापिका प्रियंका श्रीवास व कन्या विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार, सहायक अध्यापक मीना जैन, अक्षय मिश्रा, सुरेश कुमार का एक माह का वेतन रोकने और दोनों विद्यालयों में अनुपस्थित शिक्षामित्रों का एक-एक अनुपस्थित दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए।


कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में बीते 17 अक्तूबर को अनुदेशक मुन्नी देवी राजपूूत बिना सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। विद्यालय में साफ-सफाई एवं अन्य पाई गईं। उच्च प्राथमिक विद्यालय भदौरा में विद्यालय अनुदेेशक वाहिद खान 19 अक्तूबर से बिना किसी सूचना के लगातार अनुपस्थित मिले। विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों से हिंदी एवं अंग्रेजी की पुस्तक पढ़ाई गई, जिसको बच्चों द्वारा ठीक ढंग से नहीं पढ़ा जा सका। बच्चों द्वारा पहाड़े भी ठीक प्रकार से सही नहीं सुनाए गए, जिससे स्पष्ट है कि विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों एवं अनुदेशकों द्वारा शिक्षण कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है। प्रधानाध्यापक दयाशंकर सोनी से प्रेरणा लक्ष्य माड्यूल संबंधी प्रश्न पूंछे गए, जिनका उत्तर उन्होंने सही नहीं दिया इस पर एक अस्थाई वेतन वृद्धि को रोकने के निर्देश दिए।

प्राथमिक विद्यालय भदौरा में विद्यालय में कार्यरत अध्यापक प्रेरणा लक्ष्य माड्यूल संबंधी प्रश्न का सही उत्तर नहीं दे सके। प्रधानाध्यापक रोहित चौरसिया एवं सहायक अध्यापक छोटेलाल को प्रतिकूल प्रविष्टि की गई। प्रावि सहरिया बस्ती, छापछौल विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों ने बताया कि फल एवं दूध का वितरण नहीं होता। विद्यालय में हिंदी व अंग्रेजी की पुस्तकें ठीक ढंग से नहीं पढ़ सके। पहाड़े भी नहीं सुना पाए। प्रधानाध्यापक कन्हैयालाल की तत्काल प्रभाव से एक अस्थाई वेतन वृद्धि रोकी गई। सहायक अध्यापक अंकित चौबे एवं राममनोहर को प्रतिकूल प्रविष्टि निर्गत दी गई। संविलियन विद्यालय छापछौल में अनुदेशक रजिया सुल्तान 19 अक्तूबर से बिना सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। बच्चे पुस्तकें नहीं पढ़ सके, पहाड़े ठीक से नहीं सुना सके। साफ सफाई नहीं पाई गई। जिस पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक अनिल कुमार सिंह, पंकज चतुर्वेदी, सअ अंकिता नामदेव, नीतू पाठक, सअ अंकित सिंह, विपिन सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि निर्गत की गई। अनुदेशक रजिया सुल्तान एवं दीक्षा का अनुपस्थित दिवसों का मानदेय रोका गया।
प्राथमिक विद्यालय मैंगुंवा के निरीक्षण अध्यापकों से प्रेरणा लक्ष्य माड्यूल संबंधी प्रश्न पूछे गए जिनका उत्तर केवल सविता तिवारी ने दिया। बाकी प्रधान अध्यापक देवेंद्र जैन, सहायक अध्यापक सुरुचि राजे परमार को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। उच्च प्राथमिक विद्यालय मैंगुंवा, (महरौनी) के निरीक्षण में शिक्षण कार्य सराहनीय रहा। प्राथमिक विद्यालय रूकवाहा-एक के निरीक्षण में गंदगी अधिक व्याप्त थी। संविलियन विद्यालय क्योलारी के निरीक्षण में दोपहर 12.10 बजे अध्ययनरत बच्चों ने बताया कि फल एवं दूध का वितरण नही होता। बच्चों से हिंदी एवं अंग्रेजी की जानकारी ली गई तो सही जवाब नहीं दे सके। बच्चे पहाड़े भी ठीक प्रकार से सही नहीं सुना पाए। जिससे स्पष्ट है कि विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों एवं अनुदेशकों द्वारा शिक्षण कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है। विद्यालय में साफ-सफाई संतोष जनक नहीं पाई गईं गई, जिस पर अध्यापकों की तत्काल प्रभाव से एक अस्थाई वेतन वृद्धि रोकी गई।

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