चार साल से फंसी भर्ती, अभ्यर्थी परेशान
चार साल से फंसी भर्ती, अभ्यर्थी परेशान
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग चार साल से विधि विज्ञान प्रयोगशाला में वैज्ञानिक अधिकारी की भर्ती पूरी नहीं कर पाया है। न ही उसको लेकर कोई कवायद चल रही है। आयोग ने मार्च 2017 में वैज्ञानिक अधिकारी की 54 पद की भर्ती निकाली थी। इसमें कुछ की परीक्षा पूरी हो गई है, लेकिन चयनितों की नियुक्ति लटकी है। वहीं, कुछ पदों की परीक्षा ही अधर में है। भर्ती को लेकर कोई कार्रवाई न होने से अभ्यर्थियों में निराशा का भाव है। उत्तर प्रदेश
लोकसेवा आयोग ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला में वैज्ञानिक अधिकारी के लिए 17 मार्च से 18 अप्रैल 2017 तक आवेदन लिया था। इसके तहत भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, फोरेंसिक लाई डिटेक्टर, ब्रेन मैपिंग, नार्को एनालिसिस आदि अनुभागों के अभ्यर्थियों का जून 2019 में साक्षात्कार लेकर परिणाम जारी किया गया, लेकिन चयनितों की नियुक्ति नहीं मिल पायी है। वहीं, जीव विज्ञान व कंप्यूटर फोरेंसिक अनुभाग के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार भी नहीं लिया गया। अभ्यर्थियों ने आरटीआइ के जरिए आयोग से भर्ती रुकने का कारण जानना चाहा, तब आयोग की ओर से बताया गया कि अभी पदों की स्थिति तय नहीं है, इससे भर्ती पूरी नहीं की जा रही है। अभ्यर्थियों का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने फोरेंसिक भर्तियों को जल्द पूरी करने का आदेश दिया है, लेकिन उसके अनुरूप कार्रवाई नहीं हो रही है। आयोग के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जल्द भर्ती पूरी न हुई तो कोर्ट की शरण लेंगे।
लोकसेवा आयोग ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला में वैज्ञानिक अधिकारी के लिए 17 मार्च से 18 अप्रैल 2017 तक आवेदन लिया था। इसके तहत भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, फोरेंसिक लाई डिटेक्टर, ब्रेन मैपिंग, नार्को एनालिसिस आदि अनुभागों के अभ्यर्थियों का जून 2019 में साक्षात्कार लेकर परिणाम जारी किया गया, लेकिन चयनितों की नियुक्ति नहीं मिल पायी है। वहीं, जीव विज्ञान व कंप्यूटर फोरेंसिक अनुभाग के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार भी नहीं लिया गया। अभ्यर्थियों ने आरटीआइ के जरिए आयोग से भर्ती रुकने का कारण जानना चाहा, तब आयोग की ओर से बताया गया कि अभी पदों की स्थिति तय नहीं है, इससे भर्ती पूरी नहीं की जा रही है। अभ्यर्थियों का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने फोरेंसिक भर्तियों को जल्द पूरी करने का आदेश दिया है, लेकिन उसके अनुरूप कार्रवाई नहीं हो रही है। आयोग के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जल्द भर्ती पूरी न हुई तो कोर्ट की शरण लेंगे।
Post a Comment