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परिषदीय स्कूलों में चौकीदार की तैनाती अधर में, शासन ने DGSE के प्रस्ताव को अब तक नहीं दी हरी झंडी

 परिषदीय स्कूलों में चौकीदार की तैनाती अधर में, शासन ने DGSE के प्रस्ताव को अब तक नहीं दी हरी झंडी

 भेजा था प्रस्ताव

● स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने शासन को भेजा था प्रस्ताव
● चार हजार रूपए के मानदेय पर चौकीदार रखने का था प्रस्ताव





फतेहपुर/खागा : शासन ने परिषदीय विद्यालयों में अनुचर की तैनाती के प्रस्ताव को अब तक ग्रीन सिग्नल नहीं दिया है। दो वर्ष पूर्व स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने स्कूल की सुरक्षा के मद्देनजर परिषदीय स्कूलों में अनुचर की तैनाती का प्रस्ताव शासन को भेजा था। शासन को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया था कि मानदेय पर स्कूलों में अनुचर की तैनाती की जाएगी जो स्कूल सम्पत्ति एवं सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करेगा।
जिले के परिषदीय स्कूलों में जल्द ही सफाई एवं सुरक्षा के लिए अनुचरों की तैनाती फिलहाल होती नहीं दिख रही है। इस समय सभी परिषदीय विद्यालयों में अनुचरों की तैनाती नहीं है। कुछ उच्च प्राथमिक स्कूलों में ही अनुचरों की तैनाती हुई जिनमें से अधिकतर मृतक आश्रित कोटे से हैं। यही स्थिति सूबे के अधिकांश जिलों में है।

 इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने शासन को एक प्रस्ताव भेजा था जिसमें कहा गया था कि सभी स्कूलों में सफाई एवं सुरक्षा के लिए अनुचरों की तैनाती की जाएगी। प्रस्ताव में तैनाती की शर्तों व कार्यों का भी विवरण दिया गया था। जिसके मुताबिक अनुचर के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को कम से कम कक्षा पांच उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। अभिभावकों को चयन में वरीयता दी जाएगी।


चयन प्रक्रिया के लिए थे दो विकल्प

प्रस्ताव में अनुचर पद की चयन प्रक्रिया के लिए दो विकल्प दिए गए हैं। पहले विकल्प में आउटसोर्सिंग है। एसएमसी द्वारा पांच अर्ह आवेदकों के पैनल से सर्वश्रेष्ठ अभ्यर्थी का चयन एसडीएम द्वारा नामित चयन समिति द्वारा किया जाएगा। दूसरे विकल्प में एसएमसी द्वारा प्रस्तुत पांच अर्ह आवेदकों के पैनल से किसी अर्ह ग्रामवासी को ग्राम विकास विभाग द्वारा तैनात रोजगार सेवकों की भांति स्थानीय स्तर पर चयनित किया जाना था।

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