2013 की प्रधानाचार्य भर्ती में अटकेगा चयन बोर्ड, जल्द भर्ती की मांग को लेकर हाई कोर्ट में लगी हुई है याचिका
2013 की प्रधानाचार्य भर्ती में अटकेगा चयन बोर्ड, जल्द भर्ती की मांग को लेकर हाई कोर्ट में लगी हुई है याचिका
प्रयागराज : वर्ष 2011 के भर्ती विज्ञापन में प्रधानाचार्य पद के शेष छह मंडलों का कोर्ट के रुख पर परिणाम देने की तैयारी में जुटा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड वर्ष 2013 के प्रधानाचार्य पदों पर भर्ती में भी अटकेगा। 2013 के भर्ती विज्ञापन में 599 पदों पर प्रधानाचार्यों की भर्ती को आनलाइन आवेदन लेने के बाद से चयन बोर्ड मौन
है। इस भर्ती को जल्दी पूरी करने के लिए हाई कोर्ट में भी याचिका लगी हुई है, जिस पर चयन बोर्ड को जवाब देना होगा या फिर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करनी होगी। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 2013 में एडेड माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य के 599 पदों के लिए भर्ती विज्ञापन निकाला। इसके लिए करीब 25000 आनलाइन आवेदन आए। इसके बाद यह भर्ती ठंडे बस्ते में चली गई। आठ साल से ठप पड़ी इस भर्ती को जल्द पूरी करने की मांग को लेकर कुछ अभ्यर्थी कोर्ट गए हैं। चयन बोर्ड की लेटलतीफी का नतीजा यह है कि भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने से आवेदन किए हुए कई शिक्षक प्रधानाचार्य का रुतबा पाने का सपना संजोए हुए सेवानिवृत्त हो गए। इधर, 2011 के प्रधानाचार्य भर्ती विज्ञापन मामले में हाई कोर्ट के सख्त रुख को देखकर चयन बोर्ड ने पूर्व में हुए छह मंडलों के साक्षात्कार के आधार ही परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया तो 2013 के भर्ती विज्ञापन का मामला उठा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के संरक्षक डा. हरि प्रकाश यादव ने मांग उठाई है कि चयन बोर्ड 2013 की प्रधानाचार्य भर्ती को तेजी से शुरू कर पूरा कराए, ताकि प्रधानाचार्य बनने की योग्यता रखने वाले शिक्षकों को लाभ मिल सके।
है। इस भर्ती को जल्दी पूरी करने के लिए हाई कोर्ट में भी याचिका लगी हुई है, जिस पर चयन बोर्ड को जवाब देना होगा या फिर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करनी होगी। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 2013 में एडेड माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य के 599 पदों के लिए भर्ती विज्ञापन निकाला। इसके लिए करीब 25000 आनलाइन आवेदन आए। इसके बाद यह भर्ती ठंडे बस्ते में चली गई। आठ साल से ठप पड़ी इस भर्ती को जल्द पूरी करने की मांग को लेकर कुछ अभ्यर्थी कोर्ट गए हैं। चयन बोर्ड की लेटलतीफी का नतीजा यह है कि भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने से आवेदन किए हुए कई शिक्षक प्रधानाचार्य का रुतबा पाने का सपना संजोए हुए सेवानिवृत्त हो गए। इधर, 2011 के प्रधानाचार्य भर्ती विज्ञापन मामले में हाई कोर्ट के सख्त रुख को देखकर चयन बोर्ड ने पूर्व में हुए छह मंडलों के साक्षात्कार के आधार ही परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया तो 2013 के भर्ती विज्ञापन का मामला उठा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के संरक्षक डा. हरि प्रकाश यादव ने मांग उठाई है कि चयन बोर्ड 2013 की प्रधानाचार्य भर्ती को तेजी से शुरू कर पूरा कराए, ताकि प्रधानाचार्य बनने की योग्यता रखने वाले शिक्षकों को लाभ मिल सके।
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