प्री-प्राइमरी की तैयारी: स्कूल रेडीनेस के लिए शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
प्री-प्राइमरी की तैयारी: स्कूल रेडीनेस के लिए शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
अयोध्या। प्री-प्राइमरी के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने व उनमें शिक्षा के प्रति अभिरुचि उत्पन्न करने के मकसद से स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इसमें जिले के 1523 प्राथमिक शिक्षकों की क्षमता बढ़ाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को अनूठी जानकारियों व विभिन्न प्रयोगों से अवगत कराया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 22 नवंबर से शुरू होगा।
वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान बेसिक स्कूलों में बच्चों की शिक्षा काफी हद तक प्रभावित हो गई। बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में वापस लाने के लिए विभाग की तरफ से आए दिन नए प्रयोग किए जा रहे हैं। संक्रमण की वजह से लंबे समय तक बंद रहे स्कूल खुले जरूर लेकिन बच्चों को उनकी संबंधित कक्षा के अनुरूप तैयार करना शिक्षकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।
शिक्षकों को इस नई समस्या से उबारने व प्री-प्राइमरी के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विभाग की तरफ से नई रणनीति के तहत स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम चलाकर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
स्कूल रेडीनेस प्रशिक्षण के तहत प्राइमरी के 1523 शिक्षकों की क्षमता वृद्धि के लिए कार्यशाला आयोजित की जा रही है। प्रत्येक बीआरसी पर उस ब्लॉक के प्राथमिक स्कूलों के एक शिक्षक को रेडीनेस स्कूल कार्यक्रम का प्रशिक्षण मिलेगा। 22 नवंबर से यह कार्यक्रम शुरू होगा जो 29 नवंबर तक चलेगा। चार से पांच घंटे के प्रशिक्षण में शिक्षक को बच्चों को तत्परता से पढ़ाने, उन्हें संबंधित कक्षा के योग्य बनाने के गुर सिखाएं जाएंगे। इसके लिए शासन ने बजट भी जारी किया है।
बीएसए संतोष देव पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत रेडीनेस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। पहले चरण में प्राथमिक स्कूलों के 1523 शिक्षकों की क्षमता का संवर्धन किया जाना है ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें। जिले में भी ब्लॉकवार कार्यक्रम बनाया गया है।
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