प्रश्नपत्र प्रिंट कराने में सरकारी स्कूलों ने जताई असमर्थता
प्रश्नपत्र प्रिंट कराने में सरकारी स्कूलों ने जताई असमर्थता
नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इस बार स्कूलों को ही प्रश्नपत्र प्रिंट कर छात्रों को बांटने के लिए कहा है, लेकिन सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यो और उप प्रधानाचार्यो के एक संगठन ने इससे असमर्थता जताई है। उनका कहना है कि एक साथ कई हजार प्रश्नपत्र ¨पट्र कराना संभव नहीं है। सीबीएसई को लिखे पत्र में इस संगठन ने अनुरोध किया है कि 22 नवंबर को आयोजित होने वाली 10वीं की संस्कृत विषय की परीक्षा स्थगित की जाए और परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र बोर्ड ही उपलब्ध कराए।
संगठन के महासचिव पीडी शर्मा के मुताबिक सीबीएसई ने संस्कृत को माइनर विषय में रखा है, लेकिन छात्रों की संख्या के आधार पर इसे मुख्य विषय में रखा जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हर केंद्र में 400 से अधिक छात्र संस्कृत की परीक्षा देंगे।
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