TET देने जा रहे अभ्यर्थी बाल विकास एवं शिक्षण विधि से जुड़े इन प्रश्नों का कर लें अभ्यास, 2018 में पूछे गए थे इनसे कई सवाल
TET देने जा रहे अभ्यर्थी बाल विकास एवं शिक्षण विधि से जुड़े इन प्रश्नों का कर लें अभ्यास, 2018 में पूछे गए थे इनसे कई सवाल
उत्तर प्रदेश में सरकारी टीचरों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 28 नवंबर 2021 को प्रदेश भर में दो पालियों में आयोजितक कराई जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली सूचना के मुताबिक, इस पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के प्रवेशपत्र जारी कर दिए गए हैं जिन्हें अभ्यर्थी आवेदन के समय मिले पंजीकरण क्रमांक व अन्य व्यक्तिगत जानकारी की मदद से डाउनलोड कर सकते हैं। बताते चलें कि इस एलिजिबिल्टी टेस्ट में लगभग 13 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद लगाई जा रही है। इनमें से करीब आठ लाख अभ्यर्थी ऐसे भी होंगे, जो जूनियर व प्राइमरी दोनों स्तर की परीक्षाओं में शामिल होंगे। ऐसे में परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्र-छात्राओं के लिए इस आर्टिकल में बाल विकास एवं शिक्षण विधि कुछ महत्वपूर्ण सवालों को साझा किया जा रहा है। उम्मीद है इन प्रश्नों की प्रैक्टिस करने के बाद टीईटी स्टूडेंट्स को प्रश्नपत्र हल करते समय काफी मदद मिल सकती है।
साल 2018 के प्रश्नपत्र में ये पूछे गए थे ये सवाल
कोहलर क्या सिद्ध करना चाहता था?
उत्तर. कि सीखना एक संज्ञानात्मक संकार्य है।
किसी भी नई भाषा को सीखने के लिए कहां से प्रारंभ करना चाहिए?
उत्तर. अक्षर व शब्दों के मध्य साहचर्य से।
अधोलिखित में गणित-संबंधी अधिगम अक्षमता को कौन-सा पद परिभाषित करता है?
उत्तर. गणना दोष।
समावेशीकरण की सफलता के लिए आवश्यक है?
उत्तर. संमवेदनशीलता।
कौशलों के स्थानांतरण के लिए कौन-सा उपयोगी है?
उत्तर. तैयारी और अर्जन
शिक्षण का सूत्र नहीं है?
उत्तर.दृश्य और अदृश्य की ओर।
सूक्ष्म-शिक्षण चक्र का प्रथम पद होता है?
उत्तर. योजना बनाना।
अबोध स्तर के शिक्षण में शामिल है?
उत्तर. पृथक्करण।
पियाजे के अनुसार संज्ञानात्मक विकास की तृतीय अवस्था निम्न में से कौन-सा है?
उत्तर. मूर्त संक्रिया अवस्था।
अनुकूलित अनुक्रिया सिद्धांत किसके अनुकूलन पर बल देता है?
उत्तर. व्यवहार।
Post a Comment