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शिक्षामित्रों, आगनबाड़ी, आशा, पंचायत मित्रों को सरकार स्थाई करे

 शिक्षामित्रों, आगनबाड़ी, आशा, पंचायत मित्रों को सरकार स्थाई करे

बभनी। आईपीएफ का सातवें दिन रविवार को भी घघरा बाजार में धरना जारी रहा। सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्वस्थ्य ,शिक्षा विभाग से जुड़े आशा बहु ,आंगनबाड़ी, पंचायत मित्र और शिक्षामित्रों को स्थाई किया जाए। 





महंगाई के सापेक्ष उन्हें वेतन दिया जाए। आइपीएफ के नेता इंद्रदेव खरवार ने कहा कि आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शनिचर राम खरवार लगातार लड़ाई लड़ते हुए 1941 में 03 माह के लिए जेल गए 15 रुपए का कोर्ट में जुर्माना देकर रिहा हुए और फिर गांव गांव जाकर किसानों और मजदूरों को संगठित कर बड़ी लड़ाई लड़े। देश आजाद हुआ, लेकिन इतना बड़ी लड़ाई लड़ने के बावजूद आज तक किसी भी पार्टी ने शनिचर राम खरवार के बारे में कुछ नहीं सोचा। उन्होंने घघरा बाजार में उनकी मूर्ति लगवाने की मांग की। धरना में डॉ. श्याम बिहारी खरवार ,देवकुमार खरवार, अनिल गुप्ता, रामकुमार, देवकुमार विश्वकर्मा, इंद्रदेव सिंह खरवार, रामजीत खरवार आदि मौजूद रहे।

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