परिषदीय विद्यालयों की उधार के मैदानों पर होती हैं प्रतियोगिताएं
परिषदीय विद्यालयों की उधार के मैदानों पर होती हैं प्रतियोगिताएं
सहारनपुर। जनपद में प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों से लेकर महाविद्यालयों तक में खेल मैदानों की हालत खराब है। उनका रखरखाव नहीं हो पा रहा है। वहीं, 30 फीसदी से अधिक माध्यमिक विद्यालयों में मैदान नहीं हैं। वहीं, महाविद्यालयों में भी मैदानों के रखरखाव की व्यवस्था नहीं है। इनके चलते बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों में साल में एक बार खेल आयोजनों की औपचारिकता पूरी की जाती है। जनपद में शिक्षण संस्थाओं के खेल मैदानों की स्थिति पर रिपोर्ट...
उधार के मैदानों पर होती हैं प्रतियोगिताएं
जनपद में परिषदीय, एडेड प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 1438 हैं। इनमें कक्षा एक से पांच तक के 865, कक्षा एक से आठ तक के 405 और कक्षा छह से आठ तक के 168 विद्यालय शामिल हैं। किसी भी विद्यालय के पास ऐसा मैैदान नहीं है, जहां कायदे से खेल प्रतियोगिताएं कराई जा सकें। इसलिए वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं के लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम या अन्य मैदानों का सहारा लेना पड़ता है। इस बार गोचर महाविद्यालय में जनपद स्तरीय खेल कराए गए हैं।
30 फीसदी विद्यालयों में मैदान नहीं
जिले में माध्यमिक विद्यालयों की संख्या 235 है। इनमें 56 राजकीय, 81 एडेड और शेष वित्तविहीन विद्यालय हैं। एडेड और वित्तविहीन तो दूर की बात कईं राजकीय माध्यमिक विद्यालयों तक के पास अपने मैदान नहीं हैं। राजकीय इंटर कॉलेज नेहरू मार्केट का मैदान पुल जोगियान पर है। जिसकी देखरेख नहीं की जा रही है। इसी मैदान पर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बनाया गया है। कई एडेड माध्यमिक विद्यालयों ने अपने मैदान किराए पर दिए हुए हैं। श्री भूतेश्वर इंटर कॉलेज व बीडी बाजोरिया इंटर कॉलेज के मैदान पर निजी क्रिकेट एकेडमी संचालित की जा रही हैं। जिनकी वजह से विद्यालयों के खेल बंद हो गए हैं।
कॉलेजों में मैैदानों की अनदेखी
उच्च शिक्षा की बात करें तो जनपद में सात राजकीय और चार एडेड महाविद्यालय हैं। इनमें खेल मैदानों के रखरखाव की व्यवस्था नहीं है। नगर के जेवी जैन कॉलेज के मैदान में भी झाड़ियां उगी हुई हैं। महाराज सिंह कॉलेज के मैदान जनता रोड स्थित मैदान में उपले और गोबर डाला हुआ है।
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