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जिले के परिषदीय विद्यालयों में साढ़े छह हजार बच्चों का नामांकन संदिग्ध

 जिले के परिषदीय विद्यालयों में साढ़े छह हजार बच्चों का नामांकन संदिग्ध

ज्ञानपुर। सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जिले के साढ़े छह हजार बच्चों का दो से तीन स्कूलों में नामांकन करा दिया गया है। डीबीटी के दौरान आधार लिंक होने से ऐसे बच्चों की लिस्ट सामने आ गई है। बेसिक शिक्षा विभाग नाम कटवाने में जुट गया है। जिले के 892 प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में एक लाख 83 हजार बच्चे पंजीकृत हैं।






कोरोना संक्रमण के कारण अबकी बार नामांकित प्रत्येक बच्चे को दो सेट यूनिफार्म, बैग, जूता, मोजा आदि की खरीद के लिए 1100रुपये की दर से अभिभावकों के खाते में डीबीटी की गई। एक लाख 42 हजार बच्चों का डाटा फीट होने के बाद पांच नवंबर को खाते में रकम भेजी गई, लेकिन आधार मिसमैच सहित अन्य तकनीकी खामियों के कारण एक लाख 25 हजार अभिभावकों के खाते में ही रकम पहुंच सकी।



पोर्टल पर साफ्टवेयर ने साढ़े छह हजार बच्चों का नामांकन संदिग्ध मानते हुए डीबीटी की रकम नहीं भेजी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि पोर्टल पर साढ़े छह हजार बच्चों का नामांकन संदिग्ध दिखा है। 

अब दूसरे चरण में 50 हजार को होगी डीबीटी
ज्ञानपुर। पहले चरण में डीबीटी से वंचित 50 हजार बच्चों के अभिभावकों के खाते में डीबीटी की तैयारी शुरू हो गई है। जिला समन्वयक कल्पनाथ मिश्र ने बताया कि पहले चरण में एक लाख 43 हजार बच्चों के अभिभावकों के खाते डीबीटी की गई थी। इसमें से 17 हजार के करीब अभिभावकों के खाते में तकनीकी खामी से रकम नहीं पहुंची, जबकि 40 हजार अभिभावकों का डाटा फाइनल नहीं हो सका था। उन्होंने बताया कि सभी खामियों को सुधारकर डाटा फीड कराया जा रहा है।

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