UPTET 2021: CTET में लागू हो सकती है नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था, जानें क्या UPTET में भी इसे किया जा सकता है लागू
UPTET 2021: CTET में लागू हो सकती है नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था, जानें क्या UPTET में भी इसे किया जा सकता है लागू
उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड (UPBEB) द्वारा आयोजित की जाने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) देश की सबसे बड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में से एक है। इस साल UPTET में शामिल होने के लिए तकरीबन 21 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है और अब इन अभ्यर्थियों को इस परीक्षा के पुनःआयोजन का इंतजार है। गौरतलब है की यह परीक्षा 28 नवंबर को आयोजित की जानी थी, लेकिन इसका पेपर लीक हो जाने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया था। वहीं, विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक UPBEB इस परीक्षा को अब 23 जनवरी को आयोजित कर सकती है। हालांकि, इस संबंध में पूरी जानकारी UPBEB द्वारा आधिकारिक नोटिस जारी करने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। अभ्यर्थियों को इस परीक्षा से संबंधित जानकारियों के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
CTET में लागू हो सकती है नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था :
16 दिसंबर से 13 जनवरी के बीच कई शिफ्ट्स में होने वाली CTET 2021 में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था भी लागू की जा सकती है। दरअसल CBSE ने एक नोटिस जारी करते हुए बताया है कि इस परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था भी अपनाई जा सकती है। हालांकि, यह व्यवस्था तभी लागू होगी अगर क्वेश्चन पेपर के अलग-अलग सेटों का डिफिकल्टी लेवल अलग-अलग होता है। गौरतलब है कि नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था में एक फॉर्मूले के तहत जिस शिफ्ट में कठिन प्रश्न आते हैं उस शिफ्ट के अभ्यर्थियों को कुछ एक्स्ट्रा मार्क्स दिया जाता है और जिस शिफ्ट में आसान प्रश्न आते हैं उस शिफ्ट के अभ्यर्थियों का कुछ मार्क्स काट लिया जाता है।
क्या UPTET में भी लागू हो सकती है नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था :
CBSE द्वारा CTET में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू किए जाने के बाद UPTET में शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों के मन मे यह सवाल उठने लगा है कि क्या इस परीक्षा में भी नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था को लागू किया जा सकता है। हालांकि, अभ्यर्थियों को इस संबंध में चिंता करने की जरूरत नहीं है। दरअसल UPTET के एक पेपर का आयोजन एक ही शिफ्ट में पूरा कर लिया जाता है, इसलिए इस बात की संभावना ना के बराबर है कि इस परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू की जाएगी। गौरतलब है कि नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था तभी लागू की जाती है जब किसी परीक्षा का आयोजन अलग अलग शिफ्ट में किया जाता है।
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