17 नहीं 97 हजार चाहिए, शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने नौकरी की मांग को लेकर कानपुर, इटावा, फर्रूखाबाद में किया प्रदर्शन
17 नहीं 97 हजार चाहिए, शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने नौकरी की मांग को लेकर कानपुर, इटावा, फर्रूखाबाद में किया प्रदर्शन
97000 पदों की शिक्षक भर्ती कराए जाने की मांग को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने कानपुर और इटावा में प्रदर्शन किया। शुक्रवार को कानपुर विकास भवन पहुंचे सैकड़ों छात्रा-छात्राओं ने हंगामा करना शुरु कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने अभ्यर्थियों को काफी देर तक समझाने का प्रयास किया, लेकिन अभ्यर्थियों ने उनकी एक न सुनी। सुबह 11 बजे शुरू हुआ हंगामा जारी है।
हाथों में पोस्टर और तख्ती लेकर छात्र छात्राएं नौकरी की मांग कर रहे हैं। वहीं इटावा कलेक्ट्रेट के सामने अभ्यर्थियों ने जाम लगा दिया। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे लेकिन अभ्यर्थी डीएम मैडम से मिलने की जिद पर अड़े हैं।
यूपी सरकार की इस साल आने वाली 97 हजार पदों की बड़ी शिक्षक भर्ती पर संकट के बादल मंडराने लगे। बीते साल 2020 को सीएम योगी ने ऐलान किया था कि सरकार जल्द ही 97 हजार पदों के लिए एक और शिक्षक भर्ती लेकर आएगी। मगर वर्तमान में शिक्षक भर्ती के विवादों में आने के बाद भर्ती की प्रकिया अधर में लटक गई। एक तरफ भर्ती प्रक्रिया को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार भी प्रकरण की जांच करवा रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग की वर्तमान में चल रही सहायक अध्यापकों की 68,500 पदों की शिक्षक भर्ती में अब तक करीब 40,788 पदों पर भर्ती हुई हैं। इस तरह कुल 97 हजार के करीब पदों की भर्ती आती। मगर वर्तमान भर्ती में अब कई ऐसे अभ्यर्थी सामने आ रहे हैं, जिनको परीक्षा में क्वालिफाइड होने के बाद भी फेल कर दिया गया था।
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