शिक्षिकाओं को कार्यवाही का भय दिखाकर फर्जी सीनियर अकाउंटेंट ऑफिसर ने ठगे 20 हजार रुपए, जाने क्या है पूरा मामला?
शिक्षिकाओं को कार्यवाही का भय दिखाकर फर्जी सीनियर अकाउंटेंट ऑफिसर ने ठगे 20 हजार रुपए, जाने क्या है पूरा मामला?
शिक्षिकाओं को कार्यवाही का भय दिखाकर फर्जी सीनियर अकाउंटेंट ऑफिसर ने ठगे 20 हजार रुपए, जाने क्या है पूरा मामला?
पिछले दिन उन्नाव जिले के कस्बा बिहार के प्राथमिक विद्यालय रामपुर लोन में एक व्यक्ति द्वारा खुद को सीनियर अकाउंटेंट बताकर डरा कर शिक्षिकाओं से ₹20000 ठग लिए गए।
मामले की वास्तविकता को जानने पर विद्यालय की प्रधान शिक्षिका,सहायक शिक्षिका व शिक्षामित्र ने शुक्रवार को विहार थाने में मामले की शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराने और कार्रवाई करने की प्रार्थना की।
प्राथमिक विद्यालय की प्रधान शिक्षिका और सहायक शिक्षिका बीआरसी केंद्र पर आयकर विवरणी जमा करने गई थी। तभी गांव के एक व्यक्ति के साथ एक अनजान व्यक्ति विद्यालय पहुंचता है। और विद्यालय पहुंचकर शिक्षामित्र को खुद सीनियर अकाउंटेंट ऑफिसर विकास त्रिवेदी बताता है, और शिक्षकों के विद्यालय में मौजूद न रहने पर नाराजगी दिखाता है। तभी शिक्षामित्र शिक्षिकाओं को फोन मिलाकर विद्यालय आने को कहता है, एवं वह व्यक्ति बीईओ एवं बीएसए को फोन मिलाने लगता है।
जब शिक्षिकाएं विद्यालय पहुंचती है, तो उनको अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई का डर दिखाकर ₹20000 मांगता है। परंतु शिक्षिकाओं के पास उस समय पैसे नहीं होते हैं। जिस कारण वह उन्हें विद्यालय से जाने भी नहीं देता है, जिस पर शिक्षिकाएं डर कर अपने भाई से ₹20000 मंगवा कर उसे दे देती हैं।
बाद में शिक्षकों द्वारा पूरी जानकारी करने पर ज्ञात होता है कि उन्हें ठग लिया गया है। जिस पर वह थाना बिहार में प्राथमिकी दर्ज करने और कार्यवाही करने की प्रार्थना करती है।
दूसरी ओर प्रभारी बीएसए अजीत निगम ने बताया कि मेरे पास भी फोन आया था उसने कहा कि beo ठीक से बात नहीं कर रहे हैं,उनसे कहे सही से बात करें, जिस पर मैंने b.e.o. को फोन मिला कर बात करने को कहा था। साथ ही यह भी बताया कि मैं इस नाम के किसी व्यक्ति को नहीं जानता हूं। शिक्षिकाओं ने इस तरह दबाव में आकर पैसे क्यों दे दिए?
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