केंद्रीय विद्यालय: जुड़वा हैं बेटियां तो भी एक बेटी कोटे में मिलेंगे प्रवेश, फरवरी से मिलेगा ऑनलाइन फार्म
केंद्रीय विद्यालय: जुड़वा हैं बेटियां तो भी एक बेटी कोटे में मिलेंगे प्रवेश, फरवरी से मिलेगा ऑनलाइन फार्म
गोरखपुर।केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के मामले में जुड़वा बेटियों को एक मानते हुए सिंगल गर्ल चाइल्ड का लाभ दिया जाएगा। इसे लेकर केंद्रीय विद्यालय संगठन ने दिशा निर्देश भी जारी किया है। फरवरी में कक्षा एक में प्रवेश के लिए, ऑनलाइन फार्म विद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड होगा।केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा एक में इकलौती लड़कियों को दाखिले में प्राथमिकता दी जाती है।
हर सेक्शन में दो सीटें इकलौती लड़कियों के लिए, आरक्षित रखी जाती हैं। केवीएस ने दिशा-निर्देश में साफ किया है कि किसी अभिभावक की यदि जुड़वां लड़कियां होंगी तो उन्हें एक ही गिना जाएगा। जब दाखिले के लिए, ड्रॉ किया जाएगा, तब जुड़वां लड़कियों की एक पर्ची डाली जाएगी तथा उस पर दोनों बच्चियों के नाम लिखे जाएंगे।इस प्रकार यदि एक सेक्शन में दो जुड़वां बच्चियों का दाखिला होगा तो एक सीट भरी हुई मानी जाएगी। बता दें कि गोरखपुर में केंद्रीय विद्यालय नंबर एक एयरफोर्स में कक्षा एक में 160 सीट तो केंद्रीय विद्यालय फर्टिलाइजर में कक्षा एक में 120 सीटों पर प्रवेश लिया जाता है।
हर सेक्शन में दो सीटें इकलौती लड़कियों के लिए, आरक्षित रखी जाती हैं। केवीएस ने दिशा-निर्देश में साफ किया है कि किसी अभिभावक की यदि जुड़वां लड़कियां होंगी तो उन्हें एक ही गिना जाएगा। जब दाखिले के लिए, ड्रॉ किया जाएगा, तब जुड़वां लड़कियों की एक पर्ची डाली जाएगी तथा उस पर दोनों बच्चियों के नाम लिखे जाएंगे।इस प्रकार यदि एक सेक्शन में दो जुड़वां बच्चियों का दाखिला होगा तो एक सीट भरी हुई मानी जाएगी। बता दें कि गोरखपुर में केंद्रीय विद्यालय नंबर एक एयरफोर्स में कक्षा एक में 160 सीट तो केंद्रीय विद्यालय फर्टिलाइजर में कक्षा एक में 120 सीटों पर प्रवेश लिया जाता है।
जुड़वां बच्चियों को लेकर रहता है असमंजस
दरअसल, यह देखा गया है कि जुड़वां बच्चियां होने पर अभिभावकों में यह भ्रम हो जाता है कि वह इकलौती लड़की की श्रेणी में आवेदन करें या नहीं। अक्सर ऐसे अभिभावक आवेदन ही नहीं कर पाते थे। लेकिन, केंद्रीय विद्यालय ने स्पष्ट कर दिया है कि जुड़वां बच्चियों का मतलब इकलौती लड़की ही माना जाएगा।केंद्रीय विद्यालय नंबर एक एयरफोर्स प्रधानाचार्य एसके श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्रीय विद्यालयों की कक्षा एक से पांच में प्रवेश के दौरान सिंगल गर्ल चाइल्ड को प्रवेश में वरीयता दी जाती है। अगर जुड़वा बेटियां हैं तो उन्हें एक ही मानकर लाभ दिया जाता है। हर कक्षा में दो सीट बेटियों के लिए आरक्षित की गई है।
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