सेवानिवृत्त होने के आठ साल बाद शिक्षक बने प्रधानाचार्य
सेवानिवृत्त होने के आठ साल बाद शिक्षक बने प्रधानाचार्य
प्रधानाचार्य भर्ती 2011 के तीन मंडलों के परिणाम में कई ऐसे शिक्षक भी प्रधानाचार्य पद पर चयनित हुए हैं जो पांच से छह से आठ साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की लेटलतीफी और कानूनी विवादों के कारण ऐसा हुआ। एक दशक बाद 29 दिसंबर को घोषित चित्रकूट, बस्ती और फैजाबाद मंडलों के परिणाम से लोग खुशी से ज्यादा सदमे में आ गए हैं।
सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष है। यानि जिनकी जन्मतिथि 1960 से पहले की है उनका चयन स्वत: अर्थहीन हो गया है। उदाहरण के तौर पर सरदार पटेल स्मारक इंटर कॉलेज लारपुर अम्बेडकरनगर के लिए चयनित राम उजागिर वर्मा (जन्मतिथि 30 जनवरी 1952) आठ साल पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
फैजाबाद मंडल के परिणाम संख्या एक में रामलाल रामफेर जनता इंटर कॉलेज सेवागंज अम्बेडकरनगर के लिए चयनित गिरिजा शंकर सिंह सात, लक्ष्मी कुंवरि इंटर कॉलेज ताराकलां अम्बेडकरनगर के लिए चयनित किशुन चन्द्र दुबे और जनता इंटर कॉलेज हरदोइया फैजाबाद छह साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
बस्ती मंडल में संत तुलसीदास इंटर कॉलेज बस्थनवा नेदुला बस्ती के लिए चयनित वृजराज वर्मा छह साल, चित्रकूट मंडल में नेशनल इंटर कॉलेज मौदहा हमीरपुर के लिए चयनित सरोज कुमार गुप्त सात साल पहले रिटायर हो चुके हैं। चयन बोर्ड मेरठ, मुरादाबाद व गोरखपुर मंडलों का परिणाम जल्द घोषित करने जा रहा है।
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