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संशोधित परिणाम में सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लेकर भूला चयन बोर्ड

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की लेटलतीफी से युवाओं का कॅरियर अधर में फंसा हुआ है। जो चयन बोर्ड ढाई महीना पहले सुप्रीम कोर्ट के डर से प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और पीजीटी (प्रवक्ता) 2021 का परिणाम साक्षात्कार समाप्त होने के तुरंत बाद घोषित कर रहा था, वही अब प्रवक्ता हिन्दी के 410 पदों के लिए संशोधित परिणाम में सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लेकर भूल गया है।



सुप्रीम कोर्ट ने 31 अक्तूबर तक टीजीटी-पीजीटी भर्ती पूरी करने का आदेश दिया था। उसके अनुपालन में चयन बोर्ड ने दिन रात एक करते हुए चयन प्रक्रिया पूरी की। प्रवक्ता हिन्दी समेत 11 विषयों के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार 21 से 30 अक्तूबर तक करवाते हुए 31 अक्तूबर को परिणाम भी घोषित कर दिया। हालांकि प्रवक्ता हिन्दी के परिणाम में एक गलत प्रश्न पूछे जाने का विवाद हाईकोर्ट पहुंच गया।चयनित सभी 410 अभ्यर्थियों के कार्यभार ग्रहण करने पर रोक लगा दी गई। चयन बोर्ड ने हाईकोर्ट के समक्ष गलती मानते हुए 29 दिसंबर को संशोधित परिणाम जारी किया। सफल 15 अतिरिक्त अभ्यर्थियों का साक्षात्कार आठ जनवरी को लिया गया लेकिन 12 दिन में रिजल्ट घोषित नहीं हो सका है। चयन बोर्ड का कहना है कि संशोधित रिजल्ट के लिए सॉफ्टवेयर में संशोधन करवाना होगा जिसमें समय लग रहा है।

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