कोरोना का असर: केवल परीक्षाएं ही नहीं, दीक्षांत, शोध कार्य भी टलेंगे
लखनऊ विश्वविद्यालय, एकेटीयू समेत सभी विश्वविद्यालय व कॉलेज भौतिक रूप से बंद कर दिए गए हैं। इनकी ऑनलाइन कक्षाएं चलाकर रेगुलर पढ़ाई कराना तो फिर भी संभव है लेकिन विश्वविद्यालयों में होने वाले अन्य एकेडमिक कार्यों पर ब्रेक लग गया है। मसलन लखनऊ विश्वविद्यालय में ही सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के कई रिसर्च वर्क चल रहे थे जो अब कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद ही रफ्तार पकड़ेंगे। इसके अलावा भाषा विश्वविद्यालय को कई शोध प्रोजेक्ट के लिए हाल ही में सरकार से ग्रांट मिली थी, इन पर भी अभी काम नहीं हो पाएगा। ये भी फिल्हाल रुके रहेंगे।
लखनऊ | वरिष्ठ संवाददाता
कोरोना की तीसरी लहर का असर लगातार बढ़ रहा है और इसी के चलते सभी शिक्षण संस्थान बंद किए जा रहे हैं, परीक्षाएं टाली जा रही हैं और कक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं।
लगातार दो साल तक कोरोना संकट झेलने के बाद बीते वर्ष जुलाई से शिक्षा की जो गाड़ी पटरी पर आना शुरू हुई थी वह एक बार फिर बेपटरी होती दिख रही है। इसका असर किसी एक जगह नहीं बल्कि शहर में स्थित सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में दिख रहा है।
खाली हो रहे हैं हॉस्टल:
लखनऊ विश्वविद्यालय में लगातार छात्रों के कोरोना पॉजिटिव मिलने और यह संख्या 50 के पार पहुंचने के बाद यहां परीक्षाएं टाल दी गई हैं। कक्षाएं पहले ही ऑनलाइन हो गई थीं, अब छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राएं कोरोना के डर से अपने घर की राह ले रहे हैं। हालांकि एलयू ने केवल प्रथम सेमेस्टर के छात्रों को हॉस्टल छोड़ने को कहा था लेकिन बीते दो दिनों में ज्यादातर छात्र-छात्राएं घर जा चुके हैं।
शुकंतला विवि:
परीक्षाओं पर फैसला सोमवार को होगा
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में भी इस समय परीक्षाएं चल रही हैं। विवि प्रशासन का कहना है कि कोरोना के कारण फिलहाल कक्षाएं तो ऑनलाइन कर दी गई हैं और आगे परीक्षाएं करानी हैं या स्थगित करनी हैं, इस बारे में फैसला सोमवार को लिया जाएगा। फिल्हाल इस विषय में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
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