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नए शैक्षिक सत्र से आंगनबाड़ी केन्द्रों में चलेगी प्री-प्राइमरी की कक्षाएं, जानिए कौन पढ़ाएगा इन कक्षाओं में?


New Education Policy:- नए शैक्षिक सत्र से आंगनबाड़ी केन्द्रों में चलेगी प्री-प्राइमरी की कक्षाएं, जानिए कौन पढ़ाएगा इन कक्षाओं में?

नई शिक्षा नीति New Education Policy के तहत प्री प्राइमरी कक्षाएं नए शैक्षिक सत्र से शुरू होंगी। पहले चरण में 720 आंगनबाड़ी केन्द्रों में इसका संचालन होगा। उसके बाद इनका विस्तार किया जायेगा। इन केन्द्रों पर नौनिहाल पढ़ने के बाद अपने निकटवर्ती प्राइमरी स्कूलों में दाखिला लेंगे। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग और बेसिक शिक्षा विभाग अप्रैल माह से कक्षाएं शुरू करने को लेकर तैयारियों में हुआ हैं।




नई शिक्षा नीति के तहत अब नौनिहालों को सीधे कक्षा एक में दाखिला नहीं मिलेगा। वे प्राइवेट स्कूलों की तरह प्री प्राइमरी कक्षाओं का भी आनंद ले सकेंगे। अब नौनिहालों को पहले आंगनबाड़ी केंद्रों में प्री प्राइमरी की शिक्षा दी जाएगी।



उसके बाद वे निकट के प्राइमरी स्कूलों में कक्षा एक में दाखिला पाएंगे। ये कक्षाएं आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहले चरण में नए शैक्षिक सत्र अप्रैल माह में प्रारंभ होगी। पहले चरण में उन केंद्रों पर कक्षाएं शुरू की जाएंगी, जो केंद्र प्राइमरी स्कूलों के प्रांगण में संचालित हो रहे हैं। ऐसे 720 आंगनबाड़ी केंद्र चिह्नित किए गए हैं।


चिह्नित केंद्रों पर तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसका प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिले में 1492 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें तीन हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं तैनात हैं। इन केंद्रों पर एक लाख 74 हजार बच्चे पंजीकृत हैं।


नौनिहालों को सीधे कक्षा एक में दाखिला नहीं मिलेगा। इससे पहले वे आंगनबाड़ी केंद्रों पर दो बरस तक प्री प्राइमरी कक्षाओं में शिक्षा का ककहरा सीखेंगे। दो वर्ष पढ़ाई के बाद ही वे प्राइमरी कक्षाओं में पहुंच सकेंगे। यहां पर नौनिहालों को पढ़ाई के साथ ही भोजन और पौष्टिक आहार भी दिए जाएंगे।नौनिहालों को सीधे कक्षा एक में दाखिला नहीं मिलेगा। इससे पहले वे आंगनबाड़ी केंद्रों पर दो बरस तक प्री प्राइमरी कक्षाओं में शिक्षा का ककहरा सीखेंगे। दो वर्ष पढ़ाई के बाद ही वे प्राइमरी कक्षाओं में पहुंच सकेंगे। यहां पर नौनिहालों को पढ़ाई के साथ ही भोजन और पौष्टिक आहार भी दिए जाएंगे।


प्री प्राइमरी में तीन से छह वर्ष तक के बच्चे पढ़ेंगे। उन्हें चित्र, कार्टून, कठपुतली के अलावा खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा। ताकि उनके बौद्धिक स्तर को बढ़ाया जा सके। यहां निजी विद्यालयों के प्ले स्कूल में जो व्यवस्था होती है,

उस तरह की व्यवस्था दिखेगी।


कुछ सामान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंप दिए गए हैं। अन्य जरूरी संसाधन भी आंगनबाड़ी केंद्रों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रभारी डीपीओ मंजू वर्मा का कहना है कि 720 आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री प्राइमरी कक्षाओं की शुरुआत के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग चल रही है। नए सत्र से कक्षाएं संचालित होंगी। इन कक्षाओं के बेहतर तरीके से • संचालन के लिए ट्रेनिंग चल रही है। अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

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