सात साल से रुका हुआ था शिक्षामित्र का मानदेय, महिला शिक्षक संघ की मदद से हुआ बहाल, जानिए क्या है मामला
सात साल से रुका हुआ था शिक्षामित्र का मानदेय, महिला शिक्षक संघ की मदद से हुआ बहाल, जानिए क्या है मामला
अंबेडकरनगर: टांडा शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय त्रिलोकपुर में तैनात एक महिला शिक्षामित्र का वेतन सात साल से विभागीय लापरवाही के कारण रुका हुआ था जिसकों लेकर शिक्षा मित्र बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का चक्कर काट रही थी लेकिन वेतन बहाल नही हो सका था। जब मामला महिला शिक्षक संघ के जानकारी में आया तो संघ के पदाधिकारियों द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिक्षा मित्र वर्मा विद्या बेन के वेतन पर लगे रोक को हटाने हेतु मांग किया गया और काफी संघर्ष के बाद परेशान शिक्षा मित्र के वेतन पर लगी रोक हटाई गई। शिक्षामित्र ने महिला शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। महिला शिक्षक संघ द्वारा कराए गये सराहनीय कार्य की प्रशंसा अन्य शिक्षकों ने की है।
ऐसा नही था की यह मामला प्राथमिक शिक्षक संघ टांडा के जानकारी में नही था लेकिन उनके द्वारा कोई सुध नही ली गई। महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष संगीता कन्नौजिया ने कहा कि निः संकोच शिक्षक अपनी समस्या हम तक पहुंचाएं उनकी मदद हर हाल में की जाएगी। वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रद्धा वर्मा ने कहा की महिला शिक्षकों के हक़ में आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। जिला उपाध्यक्ष प्रियंका सोनी और संयुक्त मंत्री वंदना गुप्ता ने महिला शिक्षकों को हर संभव मदद के लिए भरोसा दिलाया। वहीं मामले की जानकारी संघ की मीडिया प्रभारी पूजा श्री मिश्रा ने दिया। शिक्षा मित्र वर्मा विद्या बेन के वेतन बहाली पर जिला महा मंत्री नीरा तिवारी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि संगठन को बड़ी सफलता मिली है और इस लड़ाई को आगे बढ़ाने में महिला शिक्षकों का सहयोग भी मिल रहा हैं।
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