सड़क हादसे में हुई थी शिक्षक की मौत, तीन गिरफ्तार
मधुबन। घोसी कोतवाली क्षेत्र के बनगांवा के पास नहर में मिले मृत शिक्षक की मौत का राज रविवार को पुलिस घटना के 72 घंटे बाद खोलने में सफल रही। शिक्षक की मौत किसी साजिश के तहत नहीं बल्कि एक सड़क हादसे में हुई थी। लेकिन हादसे के बाद इसे छुपाना एक पुलिसकर्मी सहित तीन लोगों के लिए मुसीबत बन गया।
पुलिस ने इसमें शामिल चार में से तीन आरोपियों को रविवार की दोपहर उनके ही गांव से गिरफ्तार कर लिया। एसओ सौरभ राय ने बताया कि सड़क हादसे में शामिल तीन आरोपी घोसी कोतवाली क्षेत्र के निकवल निवासी संतोष कुमार सिंह तथा बलिया जिले के गऊवापार निवासी सूरज और उसके भाई अमरेश पटले को रविवार को निकवल से पकड़ा गया। पूछताछ में संतोष ने बताया कि बुधवार को मधुबन के भैरोपुर में एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह अपनी कार से पिता और दो रिश्तेदारों सूरज तथा अमरेश के साथ गया था। बृहस्पतिवार की भोर में वह गांव के लिए रवाना हुए।
उदंरा मोड़ के आगे डीह बाबा के स्थान के पास कटघरा महलू निवासी शिक्षक राजेश राय सड़क पार कर रहे थे। कार की टक्कर लगते ही वह गिर पड़े। सभी घबरा गए और उन्हें कार में लादकर अस्पताल को रवाना हुए। लेकिन दो किमी दूर जाने पर शिक्षक की मौत हो गई। ऐसे में घबराकर वह इसे छुुपाने में जुट गए। पहले वह अपने गांव गए और शव को कार में रहने दिया, लेकिन कार का नंबर प्लेट हटाते हुए किसी को शक न हो कि कार में शव है तो उसे कवर से ढक दिया। जबकि शव को रात में साढ़े आठ बजे बनगांवा नहर में फेंक दिया।
लेकिन दो जगहों पर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज तथा एक प्रत्यक्षदर्शी से मिले इनपुट से पुलिस ने मामले का खुलासा कर लिया। एसओ सौरभ राय ने बताया कि मृतक के भाई तरुण कुमार राय की तहरीर पर संतोष सहित चार के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया गया है।
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