शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी लगने से शिक्षण कार्य पर पड़ने लगा है असर
शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी लगने से शिक्षण कार्य पर पड़ने लगा है असर
मऊ। विधानसभा चुनाव में जिले के माध्यमिक विद्यालयों तथा परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगने से शिक्षण कार्य पर असर पड़ने लगा है। शहर के एकल परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक विद्यालय में ही चुनाव संबंधी कार्य निपटाने में व्यस्त हो जा रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यशाला होने की स्थिति में पढ़ाई प्रभावित होने से छात्रों को कोर्स पिछड़ने की चिंता सताने लगी है।
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध 1508 तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग से संबद्ध 81 माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 6000 से अधिक शिक्षक तैनात हैं। शीतलहर का अवकाश तथा संक्रमण के चलते दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह से 13 फरवरी तक विद्यालयों के बंद रहने से शिक्षण कार्य बाधित रहा। कोरोना संक्रमण दर कम होने के बाद अब स्कूल, कॉलेज खुले हैं तो शिक्षकों की बीएलओ तथा अन्य चुनाव कार्य में ड्यूटी लग गई है। अभी बीते 14 फरवरी से तीन दिन शिक्षकों तथा कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया था। इस बीच शिक्षकों के ट्रेनिंग में जाने से शिक्षण कार्य पर असर पड़ा था। नगर के 16 परिषदीय विद्यालय एकल शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। ऐसे में बीएलओ ड्यूटी में लगे शिक्षक विद्यालयों में ही चुनाव संबंधी कार्य निपटा रहे हैं। इससे शिक्षण कार्य पर असर पड़ने लगा है। यही हाल माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों का है। अभिभावकों की मानें तो चुुनाव ड्यूटी लगने से शिक्षक चुनाव संबंधी कार्य विद्यालयों में ही निपटाने से कोर्स पिछड़ रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगने से छात्रों का नुकसान होने नहीं दिया जाएगा। कोर्स पूरा कराया जाएगा।
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