18 गांवों में प्राथमिक विद्यालय खुलने की जगी उम्मीद, भूमि की जानकारी मांगी
18 गांवों में प्राथमिक विद्यालय खुलने की जगी उम्मीद, भूमि की जानकारी मांगी
खलीलाबाद और पौली के दो-दो, बघौली का एक, मेंहदावल व सेमरियावां के पांच-पांच, हैसर के तीन गांव चिह्नित
सेमरियावां बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ जनपद के छह ब्लाकों के 18 गांवों में प्राथमिक विद्यालय खुलने की उम्मीद जगी है। इन गांवों में विद्यालय के लिए जमीन, आबादी आदि के संबंध में जानकारी मांगी गई है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इन गांवों के बच्चों को करीब ही शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिल सकेगा।
आरटीई एक्ट के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालय के लिए 300 आबादी और आसपास के विद्यालय की एक किलोमीटर की दूरी होनी चाहिए। इसी क्रम में वर्ष 2012 में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से मानक पर खरा उतरने वाले जगहों पर प्राथमिक विद्यालय स्थापित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। बीएसए की ओर से सत्यापन में गांव की आबादी एक किलोमीटर की दूसरे प्राथमिक विद्यालय की दूरी जमीन की मांग की जा रही है। बीएसए ने बीईओ के जरिए सत्यापन रिपोर्ट मांगी है। वहीं, बीईओ ने संबंधित सेवित बस्ती गांव के प्राथमिक विद्यालय जूनियर प्रधानाध्यापक शिक्षक संकुल व ग्राम प्रधान से प्रस्ताव सहित 300 की आबादी व एक किलोमीटर दूरी में कोई प्राथमिक विद्यालय नहीं है। विद्यालय के लिए निर्विवाद जमीन उपलब्ध है।
दस्तावेज बीआरसी पर उपलब्ध कराने को कहा गया है। जमीन के लिए हल्का लेखपाल से सत्यापित कराना होगा। डीसी निर्माण हृदय नरायण त्रिपाठी ने बताया कि 2012 में प्राथमिक विद्यालय स्थापन प्रस्ताव का फिर से सत्यापन किया जा रहा है। आबादी, जमीन और आसपास के विद्यालय की दूरी आदि मांगा गया है। यही नहीं इसके अलावा और जगहों पर भी मानक पर खरा उतरने वाले सेवित बस्ती में विद्यालय के लिए प्रस्ताव मांगा गया है। सत्यापन रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।
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