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दो साल से फाइलों में खो गई स्कूलों की लर्निंग आउट कम परीक्षा

पूरनपुर। कोरोना संक्रमण के चलते परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता पर काफी फर्क पड़ा है। बच्चों की पढ़ाई में पकड़ देखने के लिए आयोजित होने वाली लर्निंग आउट कम परीक्षा दो सालों से स्कूलों में नहीं हो सकी। इससे बच्चों की पढ़ाई के स्तर के बारे में भी पता नहीं चल रहा है। हालांकि इस साल स्कूलों में यह परीक्षा होने की उम्मीद जताई जा रही है। बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों के बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता मजबूत करने को शासन स्तर से समय-समय पर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की शिक्षा का स्तर देखने के लिए लर्निग आउट कम परीक्षा आयोजित कराई जाती है। कोरोना से पूर्व दो बार बेसिक स्कूलों में सभी बच्चों के लिए यह परीक्षा आयोजित हुई थी। इसमें ए, बी, सी, डी के ग्रेड बच्चों को नंबरों के आधार पर विषयवार दिए गए थे। बच्चों ने भी दोनों बार इस परीक्षा में उत्साह से हिस्सा लेकर प्रदर्शन किया था। मगर दो साल से स्कूलों में यह परीक्षा नहीं कराई गई। इसकी बजह कोरोना संक्रमण बताया जा रहा है। परीक्षा न होने से बच्चों के शिक्षा का स्तर भी पता नहीं चल रहा है। बताते हैं कि दो साल पहले जब यह परीक्षा कराई थी, तब स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों की शैक्षिणक गुणवत्ता में काफी हद तक सुधार आया था। अब दो साल से परीक्षा नहीं हो रही है। ऐसे में बच्चों की गुणवत्ता में गिरावट आने की बात कही जा रही है। देखने को मिली है।



इस साल परीक्षा होने के संकेत

पूरनपुर। बीआरसी क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में तकरीबन 51 हजार छात्र नामांकित हैं। परिषदीय स्कूलों के कुछ शिक्षकों की मानें तो बच्चे परीक्षा को लेकर अच्छी तरह से स्कूलों में तैयारी करते थे और शैक्षणिक गुणवत्ता में काफी सुधार देखने को मिला था। दो साल से स्कूलों में फिर से वही हालात हैं। लर्निंग आउट कम परीक्षा में कक्षा तीन से आठ तक के छात्र भाग लेते थे। बीएसए चंद्रकेश सिंह ने बताया कि बेसिक स्कूलों में लर्निंग आउट कम परीक्षा फिर से शुरू कराई जाएगी। कोरोना काल के कारण स्कूल बंद रहे। इससे परीक्षा नहीं हो सकी।

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