पांच सहायक शिक्षक व एक अनुचर विद्यालय से नदारद
परिषदीय विभाग में बड़ा गड़बड़झाला है। डुमरियागंज क्षेत्र के अलग-अलग विद्यालयों पर तैनात पांच सहायक अध्यापक व एक अनुचर पिछले छह वर्षों से नदारद हैं। नदारद कर्मी कहां है, इसकी विभाग को भी जानकारी नहीं है। जिले में शिक्षक संख्या ठीकठाक होने के बाद भी इसी ब्लॉक क्षेत्र के दो विद्यालय वर्षों से बंद हैं। सात विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहा है। ऐसे में अब छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
डुमरियागंज बीआरसी ने बंद विद्यालयों, एकल विद्यालयों व नदारद शिक्षकों की रिपोर्ट तैयार कराई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्लॉक के प्राथमिक स्तर के चार व पूर्व माध्यमिक विद्यालय के दो शिक्षक वर्षों से गायब हैं। प्राथमिक के कंपोजिट विद्यालय परसा जमाल में तैनात सहायक अध्यापक नरेंद्र कुमार मिश्र 24 अप्रैल 2018 से बिना सूचना के गायब हैं। कंपोजिट विद्यालय बेंवा हुसैन में तैनात सहायक अध्यापक सायरा खातून वर्ष 2016 से मानसिक स्थिति ठीक न होने से अनुपस्थित चल रही हैं। भालूकोनी में तैनात सअ नीतू सिंह 29 सितंबर 2016 से व औसानकुईयां में तैनात सअ अनिल कुमार नियुक्ति तिथि से गायब हैं। इन दोनों शिक्षकों के वेतन भुगतान का आदेश नहीं हुआ है। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कंपोजिट भानपुर मस्जिदिया में अनुचर निशात राजू पिछले पांच वर्ष से नदारद हैं। इनके नदारद होने की जानकारी के बाद ही अनुपस्थिति तिथि से वेतन अवरुद्ध है। वहीं समड़ा में तैनात स अ धर्मेंद्र कुमार पिछले चार वर्ष से गायब हैं। इनके भी वेतन भुगतान का आदेश नहीं हो सका है।
सुहेलवा दो व अजगरा में विद्यालय बंद
क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय सुहेलवा दो व पूर्व माध्यमिक विद्यालय अजगरा शिक्षक अभाव में बंद है। जबकि जिले में शिक्षकों की संख्या काफी अच्छी है। कई विद्यालयों पर आधा दर्जन से शिक्षक हैं, बावजूद विभाग बंद दोनों विद्यालयों का संचालन समीपवर्ती विद्यालय के प्रधानाध्यापक से व्यहारिक सहयोगार्थ के रुप में करने का दावा कर रहा है। विभाग की इस शिथिलता से छात्रों का भविष्य भगवान भरोसे है।
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छह विद्यालयों पर एक-एक शिक्षक
ब्लॉक क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय कुसहटा प्रधानाध्यापक विहीन है। यह विद्यालय सहायक अध्यापक व शिक्षामित्र के भरोसे चल रहा है। जबकि पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकचई, बीरपुर, जंगलीपुर, रमवापुर व परसा हुसैन में सिर्फ एक-एक सहायक अध्यापक तैनात हैं। इन विद्यालयों पर तैनात शिक्षक कब कौन सी कक्षा को पढ़ाते होंगे यह तो विभाग ही जानता है।
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जिले के सभी ब्लॉकों से बंद विद्यालय, एकल विद्यालय व गायब शिक्षकों की जानकारी मांगी गई है। पूरी सूचना आ जाने के बाद गायब शिक्षकों को नोटिस जारी कर उनके बारे में जानकारी ली जाएगी। गायब शिक्षक कहीं अन्य जगह नौकरी कर रहे हैं तो उनकी सेवा समाप्त की जाएगी। बंद विद्यालयों के संचालन व एकल विद्यालयों पर शिक्षक संख्या बढ़ाने की भी तैयारी है।
देवेंद्र कुमार पांडेय, बीएसए
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